धर्मांतरण का कुचक्र मप्र की धरती पर नहीं चलने देंगे-शिवराज
ग्रामसभाओं को भाजपा सरकार ने दिए एक साथ कई अधिकार ,पेसा एक्ट लागू
अखिलेश पांडेय/राहुल मिश्रा
विजय मत,शहडोल। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के मप्र प्रथम आगमन अंतर्गत शहडोल में बिरसा मुंडा की जयंती पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर जनजातीय सम्मेलन में लाखों लोगों ने बड़ी गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने राष्ट्रपति को तपस्वी कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा राष्ट्रपति जी ने हमारे निमंत्रण को सहर्ष स्वीकार करते हुए मध्यप्रदेश आने की अनुमति दी, प्रदेश उनका आभारी है। हम उन्हें यहां अपने बीच पाकर अविभूत और गौरवान्वित हुए हैं।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने धर्मांतरण पर तीखा हमला करते हुए साफ कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर उनकी सरकार धर्मांतरण का कुचक्र नहीं चलने देगी। मुख्यमंत्री ने समूचे विंध्य क्षेत्र के गांव-गांव से सम्मेलन स्थल लालपुर में जमा आदिवासी समुदाय के लोगों से धर्म बदलने का प्रलोभन देने वालों से सचेत रहने को कहा। बता दें कि बीते रोज ही सुप्रीम कोर्ट ने देश मे बढ़ रहे धर्मांतरण के मामलों पर गहरी चिंता जताते हुए देश के लिए खतरा बताया है। मुख्यमंत्री ने कहा अब ग्राम सभा ऐसे मामलों में हस्तक्षेप करेगी।
मुख्यमंत्री शिवराज ने पेसा कानून में लागू प्रावधानों की जानकारी विस्तार से देते हुए बताया कि आदिवासी भाई बहनों के कल्याण और खुशहाली के लिए मप्र सरकार ने कई योजनाएं बनाई हैं। इसी कड़ी में अब ग्राम सभाओं को और सशक्त बनाने का निर्णय लिया गया है। अब आदिवासियों के जमीन से जुड़ी समस्त जानकारी पटवारी ग्राम सभा के समक्ष उपस्थित होकर सार्वजनिक करेंगे। तालाबों के प्रबंधन एवं उत्पादन के कार्यों को ग्राम सभा देखेगी। खनिज एवं खनिज खदानों का पट्टा ग्राम सभा तय करेगी। किसी आदिवासी भाई के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने की सूचना पुलिस को पहले ग्राम सभा को देनी होगी। छोटे-मोटे विवादों का निराकरण यहीं होगा। उन्होंने कहा महुआ,तेंदूपत्ता ख़रीदी के अधिकार भी ग्राम सभा को मिलेंगे। एक माह बाद वनोपज संघ इस कार्य को ग्राम सभाओं से प्रस्ताव न मिलने पर कर सकेंगे। पेसा कानून के प्रचार प्रसार के लिए समन्वयक नियुक्त किए जाएंगे। ग्राम सभा मस्टररोल, छात्रावास, अस्पताल की देखरेख करेगी और शराब की नई दुकान भी उसी की अनुमति के बाद खुल पाएगी। हालांकि उन्होंने आदिवासियों से नशे की लत त्यागने का आह्वान करते हुए इसे नाश का द्वार बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम सभा की अनुमति के बिना किसी की जमीन अधिग्रहित नहीं की जाएगी। सम्मेलन को गवर्नर मंगुभाई पटेल ने संबोधित किया। सम्मेलन में रीवा,शहडोल, डिंडौरी, मंडला,कटनी,शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, सीधी,सिंगरौली ज़िलों के आदिवासी समुदाय के लोग बड़ी संख्या में राष्ट्रपति लाड़ली बेटी की एक झलक पाने को आए। उनके भीतर बहुत उत्साह था। मंच पर गवर्नर मंगुभाई पटेल, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, फग्गनसिंह कुलस्ते, सांसद एवं प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित मंत्री,सांसद,विधायक ,
राष्ट्रपति ने देखी जनजातीय नायकों की प्रदर्शनी-
राष्ट्रपति मुर्मू ने शहडोल में जनजातीय नायकों पर अभिकेंद्रित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनके साथ थे। इसके साथ एक जिला एक उत्पाद पर आधारित स्टॉल्स को देखने भी राष्ट्रपति पहुंची।
जबलपुर में स्वागत-
जबलपुर पहुंचने पर मुख्यमंत्री, राज्यपाल एवं मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने राष्ट्रपति का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।