अटलजी को याद कर जब भावुक हुईं राष्ट्रपति.... 

विजय मत,शहडोल/भोपाल। स्वतंत्रता संग्राम के वीर शहीद बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य में मध्यप्रदेश के शहडोल जिले मे जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर आयोजित जनजातीय सम्मेलन में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटलबिहारी वाजपेयी को याद कर भावुक नजर आईं। उन्होंने कहा- अटल जी ने जनजातीय समाज के कल्याण एवं उत्थान के लिए जनजातीय मंत्रालय का गठन किया था। जनजातीय वर्ग को आत्मनिर्भर बनाकर उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का मार्ग उन्ही के कारण प्रशस्त हुआ । अटलजी की सोच को आगे बढाते हुए आज अनेक योजनाओं को मूर्तरूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा आदिवासी समाज का विकास पूरे देश का समाज है। ब्रिटिश हुकूमत में हमारी वन एवं प्राकृतिक सम्पदा को शोषण से बचाने के लिए जनजातीय वर्ग के हमारे कई वीर नायक शहीद हो गए थे तभी हमारी सम्पदा बच पाई। न्यायहित में सर्वस्व बलिदान करना आदिवासी समाज की विशेषता रही है। श्रीमती मुर्मू ने इस अवसर पर बिरसा मुंडा, मप्र के बलिदानी रानी दुर्गावती, टंट्या मामा,भीमा नायक,रघुनाथ एवं शंकर शाह की स्मृतियों को नमन किया। उन्होंने कहा कि जनजातीय वीरों की गाथाओं को आत्मगौरव के साथ हमेशा याद किया जाएगा। मुझे प्रसन्नता हो रही है कि जनजातीय समाज आत्मनिर्भर होकर मुख्यधारा से जुड़कर उसके आत्मगौरव में वृद्धि हो रही है। आदिवासी समाज के बैगा प्रजाति की पुरानी जड़ी बूटी से उपचार की परंपरा को और विकसित किये जाने की आवश्यकता पर उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इसे प्रोत्साहित करना आवश्यक है। क्योंकि इस वर्ग को जड़ी बूटियों से उपचार करने का ज्ञान एतिहासिक है।  राष्ट्रपति ने मध्यप्रदेश सरकार को जनजातीय गौरव दिवस पर जनजातीय सम्मेलन के लिए बधाई दी। कहा- मध्यप्रदेश में देश का सर्वाधिक जनजातीय वर्ग रहता है इसलिए यह आयोजन प्रासंगिक है।  मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और राज्यपाल को बधाई । जनजातीय एवं वंचित वर्ग के सशक्तिकरण के लिए कार्य किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि राष्ट्रपति बनने के बाद श्रीमती मुर्मू पहली बार मप्र आईं और शिवराज सरकार द्वारा आयोजित जनजातीय सम्मेलन की तैयारियों और उन्हें मिले स्वागत सम्मान से वह अविभूत नजर आईं। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने उनके आगमन को मध्यप्रदेश के लिए सौभाग्य की बात कही। 

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न्यूज़ सोर्स : Vijay Mat