भोपाल ।   मध्य प्रदेश में मुख्य सचिव के चयन को लेकर अब भी असमंजस बरकरार है। मुख्यसचिव की दौड़ में सबसे आगे चल रहे अनुराग जैन को छाेड़ने के लिए केंद्र सरकार अब तक तैयार नहीं हुई है। इसी बीच मौजूदा मुख्यसचिव इकबाल सिंह बैंस के कार्यकाल में वृद्धि के प्रयास भी चल रहे हैं। माना जा रहा है कि बैंस का कार्यकाल नहीं बढ़ा तो 1987 बैच के आइएएस अधिकारी अजय तिर्की को भी प्रदेश का प्रशासनिक मुखिया बनाया जा सकता है। वरिष्टता के आधार पर भी तिर्की तीसरे नंबर पर हैं। इकबाल सिंह बैंस इस माह सेवानिवृत्त होंगे। दूसरे नंबर पर संजय कुमार सिंह हैं, वे भी अगले माह दिसंबर में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। तीसरे नंबर पर अजय तिर्की हैं, वह 2017 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और वर्तमान में ग्रामीण विकास मंत्रालय के भूमि संसाधन विभाग के सचिव है। अजय तिर्की नवंबर 2023 में सेवानिवृत्त होंगे। इस हिसाब से उनका एक साल तक कार्यकाल रहेगा। इधर 1988-89 बैच के अधिकारियों के नाम भी चर्चाओं में है। इनमें 1989 बैच के आइएएस अधिकारी अनुराग जैन और मोहम्मद सुलेमान की मुख्य सचिव पद के लिए प्रबल संभावना बताई जा रही है।

आदिवासी एजेंडे के चलते तिर्की का नाम आया

मध्य प्रदेश में वर्ष 2023 में विधानसभा चुनाव आदिवासी एजेंडे पर लड़ा जाना है। इसको लेकर सरकार ने राजनीतिक जमावट तो शुरू कर दी हैं, लेकिन प्रशासनिक जमावट में यह फार्मूला अब तक नहीं अपनाया गया हैं। राज्य सरकार में प्रशासनिक समझ रखने वाले विशेषज्ञों और वरिष्ठ अधिकारियों की माने तो चुनाव को ध्यान में रखते हुए अजय तिर्की के मुख्य सचिव बनने से भाजपा को आगामी विधानसभा चुनाव में लाभ होगा। इस हिसाब से तिर्की के मुख्य सचिव बनने की संभावना अधिक है। बता दें कि अजय तिर्की का गृह राज्य बिहार है और वे भी आदिवासी वर्ग से आते हैं।

बैच-    अधिकारी-            वर्तमानपदस्थापना- गृह राज्य      -शिक्षा

1985-   इकबाल सिंह बैंस-   मुख्य सचिव-                  चंडीगढ़-             बीएससी (इलेक्टानिक इंजीनियरिंग)

1988-      अजय तिर्की -        सचिव भारत सरकार-      बिहार-               एमबीए, पीजीडीपीपीएम

1989-      अनुराग जैन-        सचिव भारत सरकार-      मप्र ग्वालियर-    बीटेक, एमए पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन

1989-      मोहम्मद सुलेमान-  एसीएस स्वास्थ्य,           उत्तर प्रदेश-     एमएससी (सिविल इंजीनियरिंग)                                                           चिकित्सा शिक्षा-