खंडवा ।  महाशिवरात्रि पर शिव मंदिरों में जल चढ़ाने और पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है। जिले के बेलवाड़ी गांव में एक दलित युवक को पूजा करने से रोक जाने पर विवाद की स्थिति बन गई। मंदिर के पुजारी ने युवक को जल चढ़ाने से रोक दिया था। इस विवाद में बंजारा समाज और दलित समाज के लाेग आमने-सामने हो गए। हरसूद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवके से जल चढ़वाने के बावजूद तनाव की स्थिति बनी हुई है। गांव के वरिष्ठ इस मामले को समाज की पंचायत बैठाकर निपटाने में लगे हुए हैं। हरसूद थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बेलवाड़ी में महाशिवरात्रि पर्व को लेकर गांव में स्थित शिव मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। ग्रामीण महिलाएं व पुरुष यहां पूजा करते रहे थे। इस बीच कोटवार हुकुमचंद का पुत्र सुमेश शिव मंदिर में पूजा कर जल चढ़ाने गया। सुमेश का कहना है कि उसे मंदिर के पुजारी जगराम पवार ने पूजा करने से रोक दिया। उसे मंदिर के बाहर खड़े रहने का बोलते हुए जल भी चढ़ाने नहीं दिया। इस घटना के कुछ देर बाद दलित समाज की महिलाएं व युवतियां भी मंदिर पहुंची तो उन्हे भी पूजा करने से रोक दिया गया। इसके बाद दलित समाज के लोग मंदिर के सामने जमा हो गए। इस बीच सूचना मिलने पर हरसूद थाना प्रभारी निरीक्षक अंतिम पवार भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोनों पक्षों से चर्चा की। इसके बाद सुमेश को मंदिर के अंदर भेजकर जल चढ़वाया, लेकिन दलित समाज के लोग पुजारी पर कार्रवाई करने की बात पर अड़ गए।उन्हाेंने कहा पंडित से पहले पूछा जाए उसने ऐसा क्यों किया। उस पर केस दर्ज किया जाए।

अब तक मंदिर के बाहर बैठकर करते थे पूजा

पुलिस के अनुसार पुजारी जगराम का कहना है कि इससे पहले कभी दलित समाज के लोगों ने मंदिर के अंदर जाकर पूजा नहीं की। वे मंदिर के बाहर बैठकर ही पूजा करते थे। उन्हाेंने पंचायत में कभी मंदिर में आकर पूजा करने की बात नहीं कही। इधर दलित समाज का कहना है कि वे सभी लोग पंडित प्रदीप मिश्रा से प्रभावित होकर भगवान शिव को पूजते हैं। महाशिवरात्रि होने से मंदिर के अंदर जाकर पूजा करने की इच्छा थी। लेकिन पुजारी ने रोक दिया। पुजारी पर गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किया जाए।