लंदन । किंग चाल्र्स की ताजपोशी 6 मई को होगी। इसकी तैयारियां तेज हो गई है। चाल्र्स की ताजपोशी में  35 कॉमनवेल्थ देशों के सैनिक भी हिस्सा लेंगे। वहीं 6 हजार ब्रिटिश सैनिक हिस्सा लेंगे। ये पिछले 70 सालों में ब्रिटेन में हुई सैनिकों की सबसे बड़ी तैनाती होगी। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है। मंत्रालय ने बताया है कि ताजपोशी के दौरान किंग चाल्र्स और क्वीन कैमिला को बकिंघम पैलेस और वेस्टमिंस्टर एबे के बीच हजारों सैनिक एस्कोर्ट करेंगे।
ताजपोशी 6 मई को होगी। इसके अलावा नए किंग को ब्रिटेन के युद्धपोतों और पूरे देश के आर्मी बेस से गन सैल्यूट दिया जाएगा। इसके बाद सेकेंड वल्र्ड वॉर के मिलिट्री एयरक्राफ्ट स्पिट फायर और मॉडर्न फाइटर जेट्स के फ्लाई पास्ट का प्रदर्शन होगा। डिफेंस सेक्रेटरी बेन वॉलेस ने कहा कि ये हमारी तरफ से किंग को दिया गया भव्य और बेहतरीन ट्रिब्यूट होगा। दरअसल, ब्रिटेन में किंग या क्वीन ही आम्र्ड फोर्सेस के कमांडर इन चीफ होते हैं। किंग की ताजपोशी में सिर्फ ब्रिटिश नहीं बल्कि 35 कॉमन वेल्थ देशों के सैनिक भी हिस्सा लेंगे। बकिंघम पैलेस से वेस्टमिनस्टर पहुंचने से पहले किंग और क्वीन का काफिला 2 किलोमीटर का सफर तय करेगा। इस दौरान वे एडमायरैलिटी आर्च, ट्राफलगर स्क्वायर, चाल्र्स-1 के स्टैच्यू और संसद होते हुए 11 बजे ताजपोशी के लिए पहुंचेंगे। सेरेमनी के बाद किंग-क्वीन 260 साल पुराने गोल्ड स्टेट कोच चैरियट में बैठकर वापस पैलेस जाएंगे।
ब्रिटेन की नई रानी यानी किंग चाल्र्स-तृतीय की पत्नी कैमिला ताजपोशी के दौरान क्वीन एलिजाबेथ का कोहिनूर जड़ा ताज नहीं पहनेंगी। लंदन में बकिंघम पैलेस ने इसका ऐलान किया। भारत के साथ रिश्ते न बिगड़ें, इस बात को ध्यान में रखते हुए रॉयल फैमिली ने यह फैसला लिया है। इस फैसले के बाद कैमिला के लिए क्वीन मैरी का 100 साल पुराना क्राउन तैयार कराया जा रहा है। कैमिला को आधिकारिक तौर पर क्वीन का दर्जा देने के लिए 6 मई को क्वीन कंसोर्ट होगा। इसी दौरान वे नया ताज पहनेंगी। खबरों के मुताबिक रॉयल फैमिली ने क्वीन मैरी का क्राउन कैमिला के सिर के हिसाब से रीसाइज कराने के लिए भी भेज दिया है।