विश्वासघात के सामने कूटनीति का इस्तेमाल किया, पार्टी को तोड़ने के आरोप पर बोले महाराष्ट्र डिप्टी सीएम देवेंद्र

भिवंडी में आयोजित बीजेपी के के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र में डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने उनकी पार्टी की पीठ में छुरा घोंपे का काम किया है।
इसे केवल विश्वासघात ही कहा जा सकता।
उन्होंने कहा कि साल 2019 में उद्धव ठाकरे ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा। आपने (प्रचार के दौरान) मोदी जी की तस्वीरों का इस्तेमाल किया और बाद में कांग्रेस और एनसीपी से हाथ मिला लिया। नागपुर में सार्वजनिक रैली के दौरान ठाकरे ने फडणवीस को दागी बताया, जिसके बाद फडणवीस ने उद्धव पर ये हमला बोला।
समुद्र मंथन और महाभारत में भगवान कृष्ण की कूटनीति का उदाहरण देते हुए फडणवीस ने अपनी पार्टी के हालिया राजनीतिक कार्यों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कड़वी गोलियां खाना जरूरी था। अपने ऊपर लगे पार्टियों और परिवारों को तोड़ने के आरोपों पर प्रतिक्रिया देत हुए डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वो धर्म के अनुसार काम कर रहे हैं। अधर्म के अनुसार नहीं।
उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस समुद्र मंथन (जिसमें जहर और अमृत दोनों का निर्माण हुआ ) में विश्वास और धैर्य की आवश्यकता है। फडणवीस ने भगवान कृष्ण के कार्यों की कहानियों का हवाला देते हुए कहा कि जब भी विश्वासघात हो तो कूटनीति से काम लेना चाहिए।
डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वो किसी वर्तमान व्यक्ति की तुलना ऐतिहासिक दुष्टों से नही कर रहे हैं, बल्कि वर्तमान चुनौतियो को ध्यान में रहते हुए बेहतर समझ बनाने के लिए उदाहरण दे रहे हैं। पीएम मोदी के खिलाफ विपक्षी मोर्चे पर टिप्पणी करते हुए फडणवीस ने कहा बीजेपी के दरवाजे कांग्रेस और तुष्टीकरण की राजनीति में शामिल लोगों को छोड़कर सभी के लिए खुले हैं।
इससे पहले बीजेपी नेता फडणवीस ने कहा था कि साल 2019 में जब गठबंधन की बातचीत अंतिम चरण में थी, तो उद्धव ने मुझे बताया कि उन्होंने सीएम पद के लिए अमित भाई (शाह) से निवेदन किया था। लेकिन अमित शाह ने सीएम पद पर समझौता करने से इंकार कर दिया। साथ ही अमित शाह ने कहा कि अगर वो (ठाकरे) इस पर सहमत नहीं हैं तो सभी बातचीत बंद कर दूं। और इस प्रकार चर्चा समाप्त हो गई। कुथ दिनों बाद , एक मध्यस्थ ने मुझसे संपर्क किया और कहा कि ठाकरे ने सीएम पद का विचार छोड़ दिया है। इसके बजाय पालघर लोकसभा सीट चाहते हैं, जिस पर पार्टी सहमत हो गई।
फडणवीस ने आगे खुलासा करते हुए कहा कि साल 2019 में शाहर ठाकरे की बैठक के बाद शाह ने मुझसे अपनी ओर से संशोधन करने के लिए कहा था क्योकि उन्होंने पहले बीजेपी के लिए तीखी बात कही थी। और मैने वैसा ही किया। लेकिन जब चुनाव नतीजे मनमुताबिक नहीं रहे तो उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनके पास अन्य विकल्प हैं।