डा. हरिसिंह गौर यूनिवर्सिटी में अब होगी होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई, प्रदेश में पहला मौका
सागर । डा. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में जल्द ही विद्यार्थी होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर आत्मनिर्भर बन सकेंगे। यह कोर्स प्रदेश के कुछ निजी विवि व कालेज में कराया जा रहा है, जिसके बदले वह लाखों रुपये फीस वसूल रहे हैं और सिर्फ डिप्लोमा दे रहे हैं। डा. गौर विवि मप्र का पहला केंद्रीय विवि होगा जहां न सिर्फ यह कोर्स शुरू किया जा रहा है, बल्कि दूसरे कालेजों से आधी फीस के बदले चार साल बाद डिग्री दी जाएगी।
दरअसल ग्लोबलाइजेशन के दौर में होटल मैनजमेंट में युवाओं द्वारा करियर बनाने का रुझान पहले से काफी बढ़ गया है। इस कारोबार में देश-विदेश की होटलों व टूरिज्म से जुड़े रोजगार के तमाम मौके मिलते हैं। यह डिग्री करने के बाद युवा सिर्फ नौकरी तक ही सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि स्वयं का व्यापार शुरू करने के लिए भी बेहतरीन अवसर देगा जिससे युवा अच्छी कमाई कर सकते हैं। मप्र में अमरकंटक में केंद्रीय विवि है, लेकिन यहां यह कोर्स नहीं कराया जाता है। इसके अलावा देश के कम ही केंद्रीय विवि हैं, जहां यह पढ़ाई कराई जाती है। दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़, बैंगलोर के अलावा इंदौर एवं भोपाल में यह कोर्स कराया जाता है।
आठ सेमेस्टर में पूरी होगी पढ़ाई, पहली बार 60 सीटों में मिलेगा प्रवेश
विवि के अधिकारियों के अनुसार सागर के बिजनेस मैनेजमेंट विभाग में आठ सेमेस्टर में विद्यार्थियों को इस कारोबार से जुड़ी हुई पढ़ाई कराने के बाद डिग्री दी जाएगी, जबकि मप्र के दूसरे कालेज और विवि में डिप्लोमा दिया जा रहा है। इसके बदले वह विद्यार्थियों से सात से 10 लाख रुपये तक फीस ले रहे हैं, जबकि सागर विवि में प्रति सेमेस्टर 46 हजार रुपये फीस के हिसाब से आठ सेमेस्टर में यह पढ़ाई कराई जाएगी। डा. गौर विवि में पहली बार शुरू हो रहे इस कोर्स में 60 सीटों के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जा रही है। किसी भी स्नातक प्रवेश परीक्षा में सीयूइटी परीक्षा पास करने वाले विद्यार्थी इस कोर्स में आवेदन कर सकेंगे।
आनलाइन व्यापार में मददगार, नौकरी में भी लाखों का पैकेज
जिले में आनलाइन आर्डर कर खाद्य वस्तुओं की मांग बढ़ी है। यह कोर्स करने के बाद विद्यार्थी घर बैठे-बैठे बिना किसी होटल खोले अपना व्यापार बढ़ा सकेंगे, जिससे वह नौकरी के लिए भटकने के बदले स्वयं आत्मनिर्भर बन सकेंगे। वहीं बड़े शहरों में यह कोर्स करने के बाद युवाओं को नौकरी करने के एवज में 50 हजार से लेकर लाखों रुपये तक वेतन मिलता है।
होटल मैनेजमेंट क्या है
होटल मैनेजमेंट का कोर्स विद्यार्थियों को होटल से जुड़ी सभी गतिविधियों और कार्यों से अवगत कराता है जिसमें हाउसकीपिंग, केटरिंग आदि शामिल है। विद्यार्थियों को अतिथि शिष्टाचार, विनम्रता और कस्टमर को ध्यान में रखकर कैसे फैसले लिए जाएं सिखाया जाता है।
इसी के साथ इन प्रोग्रामों को और इफेक्टिव बनाने के लिए विद्यार्थियों को न सिर्फ थ्योरी का ज्ञान दिया जाता है बल्कि उसी ज्ञान को प्रैक्टिकल अप्रोच के साथ ट्रेनिंग के द्वारा सिखाया जाता है, जिससे विद्यार्थी असल ज़िन्दगी में आई परिस्थिति को प्रैक्टिकल तरीके से संभाल सके।
- डा. हरीसिंह गौर विवि में पहली बार चार वर्षीय होटल मैनेजमेंट का कोर्स शुरू किया जा रहा है, जिसमें प्रति सेमेस्टर 46 हजार फीस लगेगी। मप्र का यह पहला केंद्रीय विवि है, जहां कोर्स के बाद डिग्री जाएगी। वहीं प्रदेश के दूसरे निजी कालेज व यूनिवर्सिटी में इस कोर्स के बदले सात से दस लाख रुपये तक फीस लेकर डिप्लोमा दिया जाता है।
- डा. विवेक जायसवाल, पीआरओ डा. हरीसिंह गौर केंद्रीय विवि