नई दिल्ली । एयरपोर्ट पर बुजुर्ग महिला के नाम से विदेश भेजे जा रहे पार्सल में ड्रग मिलने का दावा किया गया। सीबीआई अफसर बता कर महिला को डिजिटल अरेस्ट किया गया। इसके बाद ब्लैकमेल कर 35 लाख रुपये ऐंठ लिए। ये रकम विदेशी खातों में ट्रांसफर कर दी गई। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट ने आरोपी नांगलोई के चौधरी संजय कुमार दास, ग्रेटर नोएडा की खुशबू खान, इसके बेटे आसिफ खान और हरदोई से अभय सिंह को अरेस्ट किया। ये गैंग विदेश से ऑपरेट हो रहा था।  डॉ. हेमंत तिवारी ने बताया कि अंजना चक्रवर्ती (65) सफदरजंग एनक्लेव में रहती हैं। वो एयर इंडिया से सीनियर मैनेजर पद से रिटायर हैं। इनके पास कूरियर कंपनी से बताते हुए एक शख्स का कॉल आया। इसका दावा था कि उनके नाम से कंबोडिया के डेविड जॉन को एक पार्सल जा रहा है। मुंबई कस्टम ने सीज किया है, जिसमे कई तरह के सामान के साथ 150 ग्राम ड्रग भी है। इसने विडियो कॉल के जरिए उन्हें एक शख्स से जुड़वाया, जो खुद को सीबीआई अफसर बता रहा था। महिला को डिजिटल अरेस्ट कर 35 लाख रुपये से ज्यादा ऐंठ लिए। अडिशनल डीसीपी सुनील पांचाल की देखरेख में इंस्पेक्टर देंवेंद्र दहिया की टीम बनाई गई। दिल्ली-एनसीआर में एक महीने से ज्यादा छापेमारी कर चारों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया गया। इनसे कार, लैपटॉप, 8 फोन, चार चेकबुक, चार एटीएम कार्ड रिकवर किए। इनके खाते में 34 लाख 50 हजार फ्रीज किए गए। अदालत के निर्देश पर पीड़िता को अब तक आरोपियों के तीन खातों से 21 लाख 30 हजार रुपये लौटा जा चुके हैं।