नई दिल्ली । मेट्रो फेज-3 नोएडा सेक्टर-62 से नमो भारत के साहिबाबाद स्टेशन तक मेट्रो संचालन के लिए जीडीए कवायद में जुटा है। जीडीए ने संशोधित डीपीआर स्वीकृति के लिए शासन को भेज दी है, लेकिन इस प्रोजेक्ट में निजी जमीन बाधा बन सकती है। प्रोजेक्ट के लिए 26,691.30 वर्गमीटर जमीन की जरूरत है। इसमें 7,690.10 वर्गमीटर निजी जमीन और 19,001.20 वर्गमीटर सरकारी जमीन आ रही है। इंदिरापुरम व वसुंधरा में सर्किल रेट ज्यादा होने के चलते यहां 7,690.10 वर्गमीटर निजी जमीन खरीदना जीडीए के लिए चुनौती होगा। आर्थिक तंगी से जूझ रहे जीडीए के लिए मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए 100 करोड़ रुपये से अधिक की निजी जमीन खरीदना बेहद मुश्किल होगा। मेट्रो फेज-3 प्रोजेक्ट 1,873.13 करोड़ रुपये में पूरा होगा। 5.017 किलोमीटर लंबे इस रूट पर पांच स्टेशन वैभव खंड, डीपीएस इंदिरापुरम, शक्तिखंड, वसुंधरा सेक्टर-सात और साहिबाबाद मेट्रो स्टेशन होंगे। हर स्टेशन पर जीडीए को निजी जमीन की जरूरत पड़ेगी। शक्तिखंड स्टेशन पर सबसे अधिक 1200 वर्गमीटर जमीन की जरूरत होगी। जीडीए के मुख्य अभियंता मानवेंद्र सिंह ने बताया कि पूरा मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में हैं। उन्हीं के निर्देशानुसार अगली कार्रवाई की जाएगी।