भोपाल ।   मध्यप्रदेश कैडर के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के नाम से एक महिला के साथ अश्लील बीते दो दिन से सोशल मीडिया में जमकर वायरल की जा रही है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के नाम से जो चैट वायरल की जा रही है, वह वाट्सएप चैट है। वायरल चैट में की  स्क्रीन शॉट में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के नाम से मोबाइल नंबर सेव है और डीपी में  उक्त अधिकारी की फोटो भी लगाई हुई है। वहीं जिस महिला के साथ चैट होने की बात कही जा रही  है, वह भी उक्त वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के विभाग में पदस्थ है। आईएएस अधिकारी ने चैट को पूरी तरह से झूठा और चरित्र हनन करने का षड्यंत्र करार देते हुए भोपाल पुलिस आयुक्त को एफआईआर दर्ज करने आवेदन दिया है। वहीं महिला अधिकारी ने भी अपनी शिकायत में कहा कि यह उनकी प्राइवेशी का उल्लंघन है, लेकिन उन्होंने अपने शिकायती पत्र में यह नहीं लिखा कि उक्त चैट झूठी या कूटरचित है। महिला अधिकारी ने एक व्यक्ति का नाम भी बतौर संदेही पुलिस को दिया है कि उक्त व्यक्ति यह चैट वायरल कर रहा होगा।

वायरल चैट में अश्लील शब्द

वायरल चैट में दोनों तरफ से काफी भावनात्मक और अश्लील शब्दों का भी प्रयोग किया गया है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने कहा कि यह उनके चरित्र को हनन करने के लिए किसी ने उनके नाम से कोई मोबाइल नंबर सेव कर सोशल मीडिया से मेरे को निकालकर कूटरचित चैट तैयार की है, जिसमें कोई सच्चई नहीं है। चूंकि पुलिस ने अभी किसी के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया है, इसलिए किसी की निजता का उल्लंघन न हो इसलिए किसी के  नाम का उल्लेख नहीं किया जा रहा है। 

एक बेनामी समाचार-पत्र की कटिंग भी वायरल

जिस महिला के साथ उक्त वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के नाम से चैट वायरल की जा रही है, वह महिला भी आईएएस अधिकारी के विभाग में पदस्थ बताई जा रही है। हालांकि महिला ने अपनी शिकायत में एक समाचार-पत्र में इस संबंध में छपे समाचार की कटिंग 29, 30 जनवरी 2024 को प्रकाशित उक्त समाचार से उनकी प्राइवेशी भंग की जा रही है। हालांकि सोशल मीडिया में समाचार-पत्र की जो कटिंग वायरल हो रही है, वह कहां से प्रकाशित होता है, क्या नाम है इसका कोई पता नहीं चल सका है। पुलिस भी इस संबंध में कोई जानकारी नहीं जुटा सकी है।

दोनों शिकायतों की एक साथ जांच

मामला प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी से जुड़ा होने से बेहद संवेदनशील हो गया है। आईएएस अधिकारी और महिला अधिकारी द्वारा वायरल करने वाले के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है, इसलिए पुलिस दोनों शिकायतों का एक साथ जांच कर रही है। हालांकि दोनों अधिकारियों ने एक-दूसरे के खिलाफ कोई शिकायत नहीं की है।

पी नरहरि के नाम से वायरल हो रही चैट

पुलिस के अनुसार उक्त वायरल चैट आईएएस अधिकारी पी नरहरि के नाम से कोई वायरल कर रहा है। इस संबंध में पी नरहरि से बात करने की कोाशश की गई, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया है।

इनका कहना है

बुधवार 31 जनवरी को एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने बदनाम करने और क्रिमिनल इंटेशन से उनके नाम का उपयोग कर झूठी चैट वायरल करने की शिकायत की है। पुलिस मामले की जांच कर रही  है। किसी महिला अधिकारी द्वारा भी इस संबंध में कोई शिकायत की  गई है, इसकी जानकारी नहीं है।

शैलेंद्र सिंह चौहान, एडीसीपी क्राइम ब्रांच, भोपाल