नई दिल्ली । दिल्ली के जंतर-मंतर में केंद्र सरकार की टैक्स नीतियों के खिलाफ केरल सरकार प्रदर्शन कर रही है। इस बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का इस पर एक बड़ा बयान सामने आया है। अरविंद केजरीवाल ने कहा, आज यहां केरल के सीएम को कामकाज छोड़कर धरना करने आना पड़ा, देश को यह दिन भी देखना पड़ा। आधे राज्यों में विपक्ष की सरकार है और आधे में उनकी। लेकिन लग रहा है कि केंद्र सरकार ने विपक्ष को लेकर हिंदुस्तान पाकिस्तान बना रखा है। सीएम केजरीवाल ने पूछा, क्या आप विपक्षी राज्यों के सत्तर करोड़ लोगों को अपना नहीं मानते? संविधान में इन सरकार की ताकतों को लेकर लिखा है। लेकिन विपक्ष की सरकारों को तंग करने के लिए सभी हथकंडे अपना रही है। पहला तरीका- फंड जारी नहीं कर रहे, दूसरा तरीका- एलजी और राज्यपाल काम नहीं करने दे रहे, तीसरा तरीका- एजेंसी के जरिए किसी को भी जेल में डाल रहे। केरल के मुख्यमंत्री के कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, विजयन ने दिल्ली में कहा इस आंदोलन का उद्देश्य केवल केरल के ही नहीं, बल्कि सभी राज्यों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करना है। इस संघर्ष का उद्देश्य किसी पर जीत हासिल करना नहीं, बल्कि आत्मसमर्पण करने के बजाय जिसके हम वास्तव में हकदार हैं उसे हासिल करना है। विजयन ने कहा कि केंद्र सरकार के कार्यों ने सहकारी संघवाद को कमजोर कर दिया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) शासित राज्यों के साथ अनुकूल व्यवहार किया जा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, विजयन ने उम्मीद जताई कि विरोध प्रदर्शन को बड़े पैमाने पर समर्थन मिलेगा और गैर-बीजेपी शासित राज्यों के कई नेताओं के इसमें भाग लेने की उम्मीद है। विजयन ने कहा कि केंद्र का भेदभावपूर्ण दृष्टिकोण राज्य के सामाजिक कल्याण प्रयासों को प्रभावित कर रहा है और ऐसी प्रथाएं बंद होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्थिति को उत्तर और दक्षिण के बीच विभाजन के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।