भगवान शिव की साधना के लिए महाशिवरात्रि का पर्व बहुत ही खास माना जाता है. शिव भक्तों के लिए महाशिवरात्रि का दिन बहुत ही बेसब्री से इंतजार होता है. सावन के बाद महाशिवरात्रि का दिन ही शिवपूजन के लिए सर्वश्रेष्ठ दिन माना जाता है. महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की चार प्रहर में पूजा की जाती है. महाशिवरात्रि के दिन जो भी भक्त चार प्रहरो मे भगवान शिव की पूजा आराधना करता है. उनके जीवन में सभी तरह के कष्ट दूर हो जाते हैं. देवघर के तीर्थपुरोहित से जानते हैं कि साल 2024 में महाशिवरात्रि का व्रत कब रखा जाएगा और महाशिवरात्रि के दिन क्या खास योग का निर्माण होने जा रहा है?

देवघर बैद्यनाथधाम के तीर्थपुरोहित प्रमोद श्रृंगारी ने लोकल 18 से कहा कि साल भर में कुल 12 शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है, जो हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को व्रत रखा जाता है. लेकिन महाशिवरात्रि का पर्व फागुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है. क्योंकि माना जाता है कि इसी दिन शिवलिंग की उत्पत्ति भी हुई थी. इस साल महाशिवरात्रि का व्रत 8 मार्च को रखा जाएगा. महाशिवरात्रि में चारों प्रहर में शिवलिंग की पूजा अवश्य करनी चाहिए. इससे भगवान महादेव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.

कब शुरू हो रहा है चतुर्दशी तिथी
महाशिवरात्रि का व्रत फागुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को रखा जाता है. चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 8 मार्च को रात 7बजकर 52मिनट से होने जा रहा है. इसका समापन अगले दिन यानी 9 मार्च को शाम 6 बजकर 43 मिनट मे हो रहा है. इस महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की रात के चारों प्रहर में पूजा की जाती है. इसलिए इसमें उदया तिथि न मानते हुए 8 मार्च को ही महाशिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा.

एक साथ बन रहे है कई संयोग :
इस साल महाशिवरात्रि के दिन अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का भी निर्माण होने जा रहा है. जो भी भक्त अमृत सिद्धि योग में भगवान शिव की पूजा आराधना करते हैं. पूजा के वक्त मांगी गई मनोकामना जरुर पूर्ण होती है.