केरल के तटीय हिस्से में मानसून की दस्तक से पहले पूरे देश का मौसम फिर से करवट लेने जा रहा है। दक्षिण में अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से नमीयुक्त हवाएं उत्तर की ओर तेजी से बढ़ रही हैं।
इसके असर से अगले एक से दो दिनों में उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में भी बारिश का नया दौर शुरू होगा। जिन स्थानों में बारिश नहीं होगी वहां के अधिकतम तापमान में तीन-चार डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आ सकती है। अभी दक्षिण के राज्यों में जमकर बारिश हो रही है। उत्तर-पूर्वी राज्यों में प्री-मानसून का दौर जारी है।

कई राज्यों में प्री-मानसून ने दी दस्तक
मानसून से पहले देश के कई राज्य भीषण गर्मी की चपेट में है। हालांकि हरियाणा, पंजाब एवं जम्मू-कश्मीर में प्री-मानसून बारिश ने राहत दी है, जबकि उत्तर भारत में राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, तेलंगाना, झारखंड एवं गुजरात के कई जिलों में अधिकतम तापमान 42 से 45 डिग्री के बीच है। दिल्ली का हाल भी ऐसा ही है।

इन राज्यों में धूल भरी आंधी चलने का अनुमान
भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने कई जिलों में लू की चेतावनी जारी की है। साथ ही राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में रविवार की शाम धूल भरी आंधी देखी गई है। हवा की दिशा के हिसाब से माना जा रहा है कि यह पूर्व की ओर बढ़ रही है, जो दिल्ली तक भी पहुंच सकती है। आईएमडी का अनुमान है कि अगले एक-दो दिनों के दौरान दिल्ली, पंजाब, हरियाणा एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी के साथ जहां-तहां बारिश की स्थितियां बन रही हैं।

सोमवार से उत्तर भारत में मौसम बदलने का भी अनुमान है। उत्तर की तुलना में दक्षिण एवं पूर्वोत्तर भारत के लोग राहत में हैं। असम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, सिक्किम एवं बंगाल में पिछले कुछ दिनों से बारिश का दौर जारी है।

इस बार समय से पहले दस्तक देगा मानसून
मौसम विज्ञानियों का मानना है कि मौसम की इस स्थिति के सहारे मानसून के तेजी से आगे बढ़ने में मदद मिल सकती है। आईएमडी ने केरल के तटीय हिस्से में 27 मई तक मानसून के आगमन का पूर्वानुमान जताया है। अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी में मौसम की हलचल को देखते हुए माना जा रहा है कि मानसून अनुमानित समय पर भारतीय महाद्वीप में प्रवेश करेगा।