छत्तीसगढ़ : सूरजपुर जिले के चांदनी बिहारपुर इलाके में तेंदुए व बाघ का शिकार कर खाल बेचने की कोशिश कर रहे 6 आरोपियों को वनविभाग की टीम ने पकड़ लिया है। 5 अन्य आरोपी फरार हैं। तेंदुए व बाघ का शिकार मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ के सरहदी जंगलों में खाल एवं दांतों के लिए किया गया था। 

सूरजपुर डीएफओ संजय यादव ने बताया कि मुखबिर से जानकारी मिली थी कि चांदनी बिहारपुर इलाके में बाघ के खाल की बिक्री ग्रामीणों द्वारा की जा रही है। इसमें मध्यप्रदेश के कुछ लोग भी शामिल हैं। सूचना पर एडिशनल डायरेक्टर, वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो जबलपुर (मप्र) रिजनल डिप्टी डायरेक्टर, वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो जबलपुर (मप्र) वनमण्डलाधिकारी, वनमण्डल सिंगरौली (मप्र) उप वन मण्डलाधिकारी सिंगरौली (मप्र) वनपरिक्षेत्र माड़ा (मप्र), उप वनमण्डलाधिकारी ओडग़ी, वनपरिक्षेत्राधिकारी बिहारपुर, कुदरगढ़ एवं वनकर्मियों द्वारा संयुक्त कार्रवाई की गई। टीम ने तीन आरोपियों को बाघ की खाल के साथ गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर तीन अन्य तस्कर तेंदुए की खाल के साथ ओड़गी क्षेत्र के ग्राम अवन्तिकापुर से पकड़ लिए गए।

संयुक्त टीम द्वारा फिलहाल छह तस्करों को गिरफ्तार कर सूरजपुर न्यायालय में पेश कर जेल दाखिल कर दिया गया है। इस मामले के 5 अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं। वन विभाग ने अभी आरोपियों के नामों का खुलासा नहीं किया है। पकड़े गए आरोपी ग्राम नवगई, छतरंग, लुल्ह व उमझर के बताए गए हैं।

बड़े रैकेट के शामिल होने की आशंका
मध्यप्रदेश के सिंगरौली और छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के सरहदी क्षेत्र के जंगलों में बड़ी संख्या में बाघ एवं तेंदुए विचरण करते हैं। माना जा रहा है कि शिकार में बड़ा रैकेट शामिल है। आरोपियों द्वारा भुंडा के एक ग्रामीण से उक्त खाल खरीदा गया था। खाल बेचने के फिराक में छह लोग गिरफ्तार किए गए हैं। वन विभाग के अनुसार अन्य आरोपियों के पकड़े जाने के बाद यह पता चल पाएगा कि कब और कहां इनका शिकार किया गया था।