भोपाल। मध्यप्रदेश के दो बड़े शहर इंदौर और भोपाल में कमिश्नर प्रमाणी लागू हुए एक साल पूरा हो गया है। एक साल पूरे होने पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने डीजीपी सुधीर सक्सेना समेत अन्य अधिकारियों के साथ शुक्रवार सुबह कमिश्नर प्रणाली की समीक्षा की। गृहमंत्री ने कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद इंदौर और भोपाल की उपलब्धियों को भी उल्लेखनीय बताया है। नरोत्तम मिश्रा ने समीक्षा के बाद कहा कि प्रदेश के अन्य जिलों में भी कमिश्नरेट सिस्टम लागू करने के लिए मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे। गृह मंत्री ने आगे कहा कि इंदौर और भोपाल में अब जनता थानों की रैकिंग करेगी आम जनता से पूछा जाएगा कि थाने में आपसे कैसा व्यवहार हुआ ओर उसी के अनुसार रैकिंग बनेगी। गृह मंत्री ने कहा कि 1 साल हो गया है और यह एक साल सफल रहा है डीजी साहब और कमिश्नर शाहब और उनकी टीम को बधाई दी है हमारे यहां भोपाल में प्रति लाख 20 प्रतिशत की अपराध में कमी हुई है और इंदौर के अंदर 25 प्रतिशत की कमी आई है बड़े और गंभीर कृष्ण के अपराध इन सब में भी 10 प्रतिशत पकड़ने और बरामदगी का बढ़ा है। साइबर अपराध की बात करें तो भोपाल पुलिस ने एक करोड़ 14 लाख रुपए की बरामद की है इंदौर की पुलिस ने 3 करोड़ों रुपए की पिछले 1 साल में की है। आदतन अपराधियों में 50 प्रतिशत की कमी आई है। पुलिसकर्मी की कमी पर गृहमंत्री ने कहा कि जल्द ही 7हज़ार जवानों को प्रमाण पत्र दिए जा रहे हैं और मैं नई भर्ती के लिए डीजी से भी बात की है। इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि पुलिस कमिश्नर सिस्टम को 1 साल पूरे हो गए हैं इसमें हमारी मुख्य उपलब्धियां रही है कि हम अपराधों में 50 प्रतिशत की कमी ला पाए है पिछले साल साढ़े 6 सौ अपराधी हमारे सिस्टम में लगातार जोड़ रहे थे जिनकी संख्या मात्र 289 हैं। उन्होने बताया कि पिछले साल आदतन अपराधियों ने करीब 25 सौ घटनाओं को अंजाम दिया था वह 13 सौ पर सिमट कर रह गई हैं इसके साथ ही हमारी उपलब्धि रही है साइबर अपराध में हम पिछले साल के मुकाबले तीन गुना राशि बरामद करा पाए है साथ ही 2018 में घर से गए बच्चों को रिकवर करने में 70 दिन लग रहे थे अब सिर्फ़ 13 दिन में बच्चों को रिकवर कर पा रहे है। पुलिस कमिशनर ने कहा कि ये कुछ हमारी उपलब्धियां रही हैं। साथ ही उन्होने बताया कि हमें अतिरिक्त बल 526 आरक्षक 8आईपीएस अधिकारी नए कुछ एडिशनल डीसीपी और एसीपी अधिकारी मिले 22 नए वाहन उपलब्ध कराए अभी हमारी वेकेंशी डेढ़ हज़ार आरक्षक की है उनकी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।