नई दिल्ली| कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई पर मतदाताओं के डाटा की चोरी का आरोप लगाते हुए केंद्रीय निर्वाचन आयोग से शिकायत की है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने आयोग को ज्ञापन सौंपकर इस मामले में कड़ी कार्यवाही की मांग की है। कांग्रेस ने बुधवार को निर्वाचन आयोग से मिलकर मांग की है कि कर्नाटक में मतदाताओं का डेटा चोरी करने के घोटाले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई एवं संबंधित अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाए। कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस महासचिव और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और एमबी पाटिल सहित अन्य नेता मौजूद थे।

कांग्रेस का आरोप है कि कर्नाटक में चिलूम ट्रस्ट के लिए काम करने वाले निजी लोगों को फर्जी पहचान पत्र दिए गए, जिसमें उन लोगों ने खुद को बेंगलुरु महानगर पालिका का अधिकारी बताकर मतदाताओं की निजी जानकारी जुटाई और मतदाताओं का डेटा चोरी किया गया। रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया से बातचीत में कहा की कर्नाटक में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व में वोट चोरी करने का सबसे बड़ा घोटाला हुआ है।

सुरजेवाला ने आरोप लगाते हुए कहा कि एक निजी संस्था के 8-10 हजार कर्मचारियों के माध्यम से मतदाताओं का डेटा चोरी करके एक निजी ऐप में डाल दिया गया। वहीं निजी ट्रस्ट के अधिकारियों को सरकारी अधिकारी बताकर मतदाताओं का डेटा चोरी कर लिया गया। उन्होंने कहा कि आनन फानन में 27 लाख वोटर जोड़ दिए गए और 11 लाख मतदाताओं के नाम काट दिए गए। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग ने आश्वासन दिया है कि कर्नाटक में मतदाता सूची की जांच करेंगे और जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।