नई दिल्ली । देश में फ्लू के बढ़ते मामलों के बीच कोरोना का खतरा भी बढ़  रहा है। देश के अलग-अलग राज्यों को मिलाकर पिछले तीन दिन में 3 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना के मामलों में 40 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। देश में कोरोना संक्रमण रेट बढ़कर 2.4 प्रतिशत  हो गई है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखकर दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र से लेकर तमिलनाडु तक विभिन्न राज्य सरकारें अलर्ट मोड में आ गई हैं। तमिलनाडु सरकार ने राज्यभर के सरकारी अस्पतालों में मास्क अनिवार्य कर दिया है।
कोरोना के बढ़ते मामलों के पीछे ओमिक्रॉन के नए वेरिएंट की पुष्टि हुई है। हालांकि, राहत की बात है, कि ज्यादातर केस माइल्ड हैं और रोगी घर पर ही आसानी से ठीक हो जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि कोरोना का वेरिएंट लगातार रूप बदल रहा है। उसमें लगातार म्यूटेंशन्स हो रहे हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार नया वेरिएंट अधिक संक्रामक हैं, लेकिन ज्यादा खतरनाक नहीं है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड के बढ़ते मामलों के बीच वैक्सीन की बूस्टर डोज लगवाने की बात कही है। डब्ल्यूएचओ ने लोगों को कोरोना की पिछले डोज के 6 से 12 महीने के बाद बूस्टर डोज लगवाने की सलाह दी है। इसमें गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों के साथ ही फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स भी शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि कोरोना से संक्रमण के बीच इन लोगों के संक्रमित होने का खतरा अधिक है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी पर नजर बनाए हुए है। सीएम ने कहा कि हम ‘हर प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए तैयार’ है। केजरीवाल ने कहा कि पिछले चार-पांच दिन में संक्रमण से तीन मरीजों की मौत हुई है। ये लोग पहले से ही किसी ‘अत्यंत गंभीर’ बीमारी से ग्रसित थे। दिल्ली में एयरपोर्ट पर दो प्रतिशत यात्रियों की रैंडम टेस्टिंग की जा रही है। साथ ही अस्पतालों को आइसोलेशन वार्ड तैयार रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
उत्तर प्रदेश में कोरोना के सक्रिय केस 300 से अधिक हो गए हैं। कोविड के बढ़ते मामलों को देखकर यूपी में योगी सरकार ने सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स और सरकारी व निजी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा है। योगी सरकार ने निर्देश दिया है कि सभी पॉजिटिव सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाए। अस्पतालों में दवाएं, पीपीई (व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण) किट, दस्ताने, मास्क और उपकरण, ऑक्सीजन प्लांट और कंसंट्रेटर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखकर शिंदे सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे संक्रमण को फैलने की दर कम करने के लिए भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें और मास्क पहनें। राज्य के सोलापुर और सांगली जिले महाराष्ट्र में लोगों के संक्रमित पाए जाने की दर संबंधी सूची में मार्च में टॉप पर हैं। मुंबई, पुणे, ठाणे, रायगढ़, नासिक और सांगली में कोरोना के मामले सबसे अधिक हैं। सोलापुर में 20.05 प्रतिशत और सांगली में 17.47 प्रतिशत संक्रमण दर रही। यह संक्रमण दर प्रति 100 नमूनों की जांच में मिले संक्रमितों की संख्या पर आधारित है।
वहीं तमिलनाडु का स्वास्थ्य विभाग राज्य में नए कोविड मामलों की संख्या में वृद्धि के बाद हाई अलर्ट पर है। राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यन ने बताया कि शनिवार से सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में बाहरी मरीजों, अस्पताल में भर्ती मरीजों, डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य से जुड़े अन्य कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से मास्क पहनना होगा। 
कर्नाटक में बेंगलुरू सहित अन्य जिलों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, बेंगलुरु में बीते 24 घंटों में कोविड के 143 मामले दर्ज किए गए। डेली और वीकली पॉजिटिविटी रेट क्रमश: 2.23 प्रतिशत और 2.89 प्रतिशत रही। बेंगलुरु में, सक्रिय मामलों की कुल संख्या 487 हो गई है। राज्य की राजधानी के बाद, दूसरे नंबर पर शिवमोग्गा जिले में 46 कोविड के मामले हैं। इसके बाद बल्लारी (18) चिक्कमगलुरु (13) और मैसूरु (11) है।