वर्तमान में लोगों की जीवनशैली इस कदर बदल चुकी है कि तनाव आजकल एक आम समस्या बन गई है। बच्चों से लेकर बड़े तक हर कोई इस समस्या का सामना कर रहा है। खास कर टीनएजर्स में तनाव जैसी कई मानसिक समस्याएं देखने को मिल रही हैं। टीनएज में आते ही बच्चों के अंदर कई तरह के बदलाव होने लगते हैं। ऐसे में इन बदलावों की वजह से कई बार वह परेशान रहने लगते हैं। इसके अलावा पढ़ाई के प्रेशर और दोस्तों के बीच खुद की पहचान बनाने की कोशिश को लेकर भी कई बार बच्चे तनाव महसूस करने लगते हैं।

ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि आप अपने बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें और उनमें तनाव की पहचान कर इसे दूर करने में उनकी मदद करें। इन आसान तरीकों से आप अपने बच्चों में न सिर्फ तनाव की पहचान कर सकते हैं, बल्कि इसे दूर करने में उनकी मदद भी कर सकते हैं।

बच्चों की हरकतों पर रखें ध्यान

भागदौड़ से भरी इस दुनिया में माता-पिता अपने काम में इतना व्यस्त हैं कि उन्हें इस बात का पता ही नहीं लगता कि उनके बच्चे तनाव या डिप्रेशन से जूझ रहे हैं। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि आप बच्चों के साथ समय जरूर बिताएं। अगर आप अपने बच्चों में बर्ताव में कुछ अलग चीजें देख रहे हैं, तो इस पर गौर करें और उनसे इस बारे में बात करने की कोशिश करें।

बच्चों को दे फैमिली टाइम

आप भले ही अपने काम कितना ही व्यस्त क्यों न हों, लेकिन यह जरूरी है कि आप समय-समय पर अपने बच्चों से बात करते रहें। बच्चों के साथ फैमिली टाइम बिताते हुए दिन भर किए गए कार्यों के बारे में चर्चा करें। उनकी पसंद- नापसंद पर बात करें और उन्हें महसूस कराएं कि वह आपके लिए कितने मायने रखते हैं। समय निकालकर फैमिल ट्रिप्स या गेट-टू-गैदर प्लान करें।

दोस्तों से करें बात

अगर आपको अपने बच्चे में कुछ भी असामान्य दिखाई दे, तो उनके इस बर्ताव के बारे में जानने की कोशिश करें। जरूरत पड़े तो इस बारे में उनके दोस्तों से बात करें।कुछ भी पता चलने पर उन्हें डांटे नहीं और प्यार से उनसे बात करें, ताकि वह आपसे बिना किसी डर या झिझक के अपने मन की बात साझा कर सकें।

दूसरों से न करें तुलना

ज्यादातर माता-पिता जाने-अनजाने में अक्सर अपने बच्चों की तुलना दूसरे बच्चों से करने लगते हैं। ऐसा करने से आपके बच्चों के मन में हीन भावना आ सकती है। साथ ही बच्चे अपना आत्मविश्वास भी खो सकते हैं। इसके अलावा ऐसा करने से आप अपने बच्चे को खुद से दूर कर देंगे। इसलिए कोशिश करें कि उनकी तुलना किसी और से कभी न करें।