श्रीलंका के मिस्ट्री स्पिनर वानिंदु हसरंगा को बुधवार को पल्लीकल में अफगानिस्तान के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान आईसीसी आचार संहिता के लेवल-1 के उल्लंघन के लिए आधिकारिक फटकार लगाई गई है। हसरंगा को आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.8 का उल्लंघन करते पाया गया, जो 'एक अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अंपायर के फैसले पर असंतोष दिखाने' से संबंधित है।

इसके अलावा उन्हें एक डिमेरिट पॉइंट भी मिला, जो 24 महीने की अवधि में उनका पहला था। साथ ही मैच फीस का अधिकतम 50 प्रतिशत जुर्माना भी लगा। यह घटना अफगानिस्तान की पारी के 26वें ओवर में हुई। दरअसल, हसरंगा की अपील पर ऑनफील्ड अंपायर ने अफगानिस्तान के बल्लेबाज नजीबुल्लाह जादरान को आउट करार दिया था। इस पर जादरान ने डिसीजन रिव्यू सिस्टम का इस्तेमाल किया। डीआरएस में टीवी अंपायर ने फैसला पलट दिया और नॉटआउट दिया। इसके बाद हसरंगा ने विशाल स्क्रीन की ओर इशारा करके अपनी नाराजगी दिखाई। हालांकि, मैच के बाद हसरंगा ने अपराध स्वीकार कर लिया और मैच रेफरी रंजन मदुगले द्वारा प्रस्तावित जुर्माने को स्वीकार कर लिया। इसलिए औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं पड़ी। फील्ड अंपायर नितिन मेनन और लिंडन हैनिबल, तीसरे अंपायर रवींद्र विमलसारी और चौथे अंपायर रुचिरा पल्लियागुरुगे ने हसरंगा पर आरोप लगाया था।

लेवल-1 के उल्लंघन पर कम से कम आधिकारिक फटकार, खिलाड़ी की मैच फीस का 50 फीसदी जुर्माना और एक या दो डिमेरिट अंक का प्रावधान है। मैच की बात करें तो टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अफगानिस्तान ने निर्धारित 50 ओवर में आठ विकेट गंवाकर 313 रन बनाए। इब्राहिम जादरान ने 138 गेंदों में 15 चौके और चार छक्के की मदद से 162 रन की पारी खेली। इसके अलावा नजीबुल्लाह ने 76 गेंदों में 77 रन बनाए।