पारा चढ़ने के साथ ही प्रदेशवासियों को बिजली की आपूर्ति बनाए रखने के लिए पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने सभी विभागीय अभियंताओं-अधिकारियों को तैनाती स्थल पर ही बने रहने के निर्देश दिए हैं। सभी को हिदायत दी गई है कि लोकल फाल्ट को तेजी से न्यूनतम अवधि में ठीक किया जाए और उपभोक्ताओं के फोन जरूर उठाए जाएं।

कटिया आदि के जरिए की जाने वाली बिजली की चोरी पकड़ने के लिए रात में भी चेकिंग करने के लिए अफसरों को फील्ड में निकलने के निर्देश भी दिए गए हैं। पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम. देवराज ने शनिवार देर रात तक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी डिस्काम के प्रबंध निदेशकों और मुख्य अभियंताओं के साथ बिजली आपूर्ति व्यवस्था की समीक्षा की। तय शेड्यूल के अनुसार प्रदेशवासियों को बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए देवराज ने कहा कि कहीं भी लोकल फाल्ट के चलते आपूर्ति ठप होने पर उसे तत्काल ठीक कराएं।

लोकल फाल्ट को जल्द ठीक कराने के लिए पर्याप्त कर्मचारी व ट्रांसफार्मर आदि उपलब्ध रहें। अवर अभियंता से लेकर सभी अधिकारी अपनी तैनाती स्थल पर ही रहें। बिजली की कटौती करने की स्थिति में उपभोक्ताओं को उसके बारे में सही जानकारी दी जाए। सभी के फोन जरूर उठाए जाएं। फोन न उठाए जाने की शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा।

देवराज ने निर्देश दिए कि सितंबर तक बिजली आपूर्ति को लेकर प्रबंध निदेशक प्रतिदिन अपने अधीनस्थों से जानकारी लें। उन्होंने कहा कि लखनऊ में बिजली आपूर्ति को लेकर अधिक तत्परता बरती जाए। कंट्रोल रूम के माध्यम से भी आपूर्ति पर नजर रखी जाए। अध्यक्ष ने बताया कि बिजली की मांग बढ़कर 25,200 मेगावाट तक पहुंच गई है। मांग के मुताबिक अभी बिजली की पर्याप्त उपलब्धता है।

बिजली की और मांग बढ़ने पर अतिरिक्त बिजली की व्यवस्था कर प्रदेशवासियों को शेड्यूल के मुताबिक आपूर्ति सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश रहेगी। देवराज के मुताबिक रात में बिजली चोरी के चलते कई जगह ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो रहे हैं जिससे उनके खराब होने पर आपूत्ति ठप होने की आशंका रहती है। ऐसे में उन्होंने रात में सभी से फील्ड में निकलकर कटिया आदि के जरिए हो रही बिजली चोरी को पकड़ने के लिए चेकिंग अभियान चलाने को निर्देश दिया है। अध्यक्ष का मानना है कि चोरी पर कड़ाई से अंकुश लगने पर आपूर्ति व्यवस्था और बेहतर होगी।