भोपाल। अप्रैल से बिजली की नई दर लागू हो जाएगी। यानी अप्रैल माह में उपभोक्ता को मौजूदा दर से ज्यादा दाम देना होगा। बिजली कंपनियां भी बिजली की नई दर लागू होने के बाद अब बिलिंग साफ्टवेयर में बदलाव की प्रक्रिया शुरू करेगा। समय रहते दरों में बदलाव होने की वजह से कंपनी के बाद सुधार के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा। हालांकि अप्रैल माह में उपभोक्ता को एक तरफ जहां बढ़ी दर पर बिल मिलेगा वहीं सुरक्षा निधि भी अतिरिक्त जमा होने पर आर्थिक बोझ बढऩे की उम्मीद है।
बता दें कि मप्र विद्युत नियामक आयोग ने बिजली की दर में बढ़ोतरी को अप्रैल से लागू किया है। इसमें औसत 1.65 प्रतिशत का इजाफा किया गया है। घरेलू उपभोक्ता के अलावा व्यावसायिक उपभोक्ताओं को बिजली की दर के लिए साफ्टवेयर में परिवर्तन किया जाता है। आइटी विशेषज्ञों के जरिए यह बदलाव होता है। अधिकारियों ने बताया कि कंपनी स्तर पर 23 मार्च से मीटर रीडिंग का काम प्रारंभ होता है। फोटो रीडिंग होने पर कोई परेशानी नहीं है रीडिंग जब मिलती है तो उसे साफ्टवेयर जांचकर बिल जारी करता है। इस साफ्टवेयर में ही बदलाव होगा। जिसके लिए जल्द कार्रवाई की जाएगी।


अप्रैल माह की बिलिंग मई माह में मिलेगी

अधिकारियों ने बताया कि अप्रैल माह की बिलिंग मई माह में उपभोक्ताओं को मिलेगी। इस दौरान सुरक्षा निधि भी नए सिरे से तय होगी। सुरक्षा निधि सालाना औसत का 45 दिन की खपत के बराबर रखी जाती है इसे तीन माह के बिल में किश्त के रूप में बिजली वितरण कंपनी लेती है। उपभोक्ताओं को बिल के साथ सुरक्षा निधि भी जमा करने में बिल की रकम बढ़ी हुई लगती है जिस वजह से कई बार उपभोक्ता बिजली दफ्तर में अधिक बिल आने की शिकायत लेकर पहुंचते हैं।


वर्तमान और नया टैरिफ:

यूनिट वर्तमान नई दर
50 यूनिट तक - 4.21 - 4.27
51 -150 - 5.17 - 5.23
151 - 300 - 6.55 - 6.61
300 से ज्यादा - 6.74 - 6.80