नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव सात चरणों में होने हैं। पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होगा। इसके लिए पुलिस आयुक्त ने पुलिस बल को मतदान केंद्रों तक भेजने के लिए परिवहन निगम से बसों की मांग की है। अब तक परिवहन निगम करीब 27 बसें दे चुका है। प्रत्येक चरण में करीब 150 से 200 बसें चुनाव में आरक्षित रहेंगी। इससे रोजाना हजारों यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ेगी। गाजियाबाद रीजन के सभी आठ डिपो कौशांबी, साहिबाबाद, लोनी, गाजियाबाद, खुर्जा, बुलंदशहर, हापुड़ व सिकंद्राबाद में परिवहन निगम की 722 रोडवेज बसें हैं। इसके अलावा 209 बसें अनुबंधित हैं। चुनाव में केवल निगम की बसों को लगाया जा रहा है। इसके लिए रीजन के प्रत्येक डिपो से बसों को लिया जाएगा। बसों के चुनाव में लगने से कई शहरों का संचालन प्रभावित हो जाएगा। जिस मार्ग पर हर 30 मिनट या एक घंटे में बस चलती है। उसका संचालन का समय दोगुना कर दिया जाएगा। इससे यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ेगी। जिस मार्ग पर जितनी बसें कम होंगी उतना ही अधिक समय इंतजार करना पड़ेगा। अभी गोरखपुर, कानपुर, लखनऊ, एटा, गौंडा समेत ज्यादातर लंबे मार्गों पर हर एक से दो घंटे पर बस का संचालन किया जा रहा है। चुनाव में बसें आरक्षित होने से दो से चार घंटे हो जाएगा। भीषण गर्मी में यात्रियों के पसीने छूट जाएंगे।