राहुल गांधी के लिए मुसीबतें बढ़ेगी


नई दिल्ली । संसद के दोनों सदनों का बजट सत्र का दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू हो रहा है।जिस तरह से संसद शुरू होने के पहले ही भाजपा और कांग्रेस में एक दूसरे के ऊपर हमला किया जा रहा है। उससे लगता है, कि यह सत्र भी काफी हंगामेदार होगा।
 इस सत्र में ईडी,अडानी और राहुल गांधी पर ही पूरा सत्र केंद्रित होगा। इस बार सदन में भाजपा बहुत आक्रमक होगी। राहुल गांधी के ब्रिटेन दौरे के दौरान जो बयान दिए गए हैं। उसे भाजपा देश का अपमान बता रही है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बयान के बाद यह मामला और भी तूल पकड़ेगा। क्योंकि वह राज्यसभा के सभापति भी हैं। भाजपा इस बार सत्तापक्ष होते हुए भी राहुल गांधी और विपक्ष पर आक्रामक मुद्रा में सदन के दोनों सदनों में दिखेगी। लोकसभा में राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त करने जैसी मांग भी सत्ता पक्ष द्वारा उठाई जाएगी।
 कांग्रेस ने भी सभी विपक्षी दलों के साथ मिलकर सरकार को घेरने की तैयारी की है।कांग्रेस अडानी मसले और कर्नाटक में भाजपा विधायक के घर मिले करोड़ों रुपयों को लेकर सरकार और भाजपा को घेरने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने इसके संकेत भी दिए हैं। सत्र में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा संसदीय समितियों के साथ निजी स्टाफ की नियुक्ति करने का मुद्दा भी विपक्ष जोर शोर से राज्यसभा में उठाएगा। पूरा विपक्ष अडानी समूह की कंपनियों की जांच कराने के लिए जेपीसी की मांग को लेकर, संसद में आक्रमक रुख अख्तियार करेगा। इसको देखते हुए यह कहा जा सकता है,कि इस बजट सत्र में दोनों पक्ष एक दूसरे के ऊपर हमलावर होंगे।