गाजियाबाद के मोदीनगर स्थित भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव फजलगढ़ में अवैध संबंध के शक में पति ने गला दबाकर पत्नी की हत्या कर दी। इसके बाद शव को खेत में चार फीट गहरे गड्ढे में दबा दिया। किसी को उस पर शक न हो, इसलिए घटना के तीन दिन बाद भोजपुर थाने में पत्नी की गुमशुदगी दर्ज करा दी।

पुलिस ने शक के आधार पर जब पति से पूछताछ की तो घटना से पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने आरोपित पति को गिरफ्तार कर शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है। 15 साल पहले मेरठ के रोहटा थाना क्षेत्र स्थित गांव सलारपुर की अंजू (30) की फजलगढ़ में दिनेश के साथ शादी हुई थी। इनके तीन बच्चे हैं।

दो साल से चल रहा था विवाद

पिछले दो साल से घर में विवाद चल रहा था। दिनेश को शक था कि अंजू के गांव में ही एक युवक से अवैध संबंध हैं। इसको लेकर आए दिन गाली-गलौज व मारपीट होती थी। दिनेश सब्जी बेचने का काम करता है इसलिए वह सुबह तीन बजे ही मंडी के लिए निकल जाता है। 25 जनवरी को भी सब्जी खरीदकर वह घर पहुंचा। बच्चे सो रहे थे। अंजू गेट पर थी। किसी से फोन पर बात रही थी। यह देख वह भड़क गया और अंजू का गला दबा दिया। अंजू ने शोर मचाया तो उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। हाथ से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।

इसके बाद शव को गन्ने के अगौले में छिपा दिया। पूरे दिन शव वहीं रखा। रात में करीब बारह बजे जब सभी लोग सो गए तो शव के हाथ-पैर बांधे और कंधे पर लादकर उसे खेत में ले गया। फावड़े से गड्ढा खोदकर शव दबा दिया। अगले दिन जब बच्चों ने अंजू के बारे में पूछा तो मायके जाने की बात बताई।

दर्ज कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट

खुद से शक हटाने के लिए आरोपित 30 जनवरी को भोजपुर थाने पहुंचा और पत्नी के गुम होने की शिकायत दी। दो दिन तक पुलिस को गुमराह करता रहा। लेकिन, जब गुरुवार को पुलिस ने सख्ती से पूछा तो उसने सारी बात उगल दी। फोरेंसिक टीम ने भी मौके से साक्ष्य इकट्ठा कर जांच को भेजे। लोगों को गुमराह करने के लिए आरोपित ने पत्नी का शव दबाने के बाद उसके ऊपर बाजरा बो दिया। इतना ही नहीं, जगह को तार से घेर भी दिया था, जिससे कोई पशु शव को खोदकर बाहर न निकाल सके। अवैध संबंध के शक में आरोपित दिनेश ने पत्नी अंजू की हत्या की थी। उसकी निशानदेही पर शव को बरामद कर पोस्टमार्टम को भेज दिया गया है। 30 जनवरी को भोजपुर थाने में दर्ज हुई गुमशुदगी को ही हत्या की धारा में तरमीम किया जाएगा।

शव गलाने को खरीदा था 25 किलो नमक

विकास वर्मा, मोदीनगर पत्नी की हत्या करने की योजना पूर्व नियोजित थी। बस दिनेश को मौके का इंतजार था। आरोपित ने कुछ दिन पहले ही भोजपुर से 25 किलो नमक खरीदा था, जिसे शव पर डाल दिया था। दुकानदार से नमक पशुओं के नाम पर लिया था। दिनेश को यकीन था कि नमक डालने से शव जल्दी ही गलकर मिट्टी हो जाएगा। चार घंटे में उसने शव को ठिकाने लगाया। रोजाना दिन में तीन बार उसी जगह पर जाकर देखता था कि कहीं पशु ने गड्ढ़े से शव बाहर तो नहीं निकाल दिया है। इतना ही नहीं, बाजरा भी महीनेभर पहले खरीदकर रख लिया था। अंजू के स्वजन को भी उसके गुम होने की बात बताई।

दिनेश ने पुलिस को बताया कि उसने जो किया सही किया। उसे पछतावा नहीं है। पूरे गांव में उसकी बदनामी हो रही थी। कुछ समय पहले भी अंजू किसी युवक के साथ चली गई थी। पांच दिन बाद लौटकर घर आई थी। 20 जनवरी को भी विवाद हुआ था तो अंजू ने लोहे की राड से हमले की कोशिश की थी।

दिनेश ने पुलिस को बताया कि अंजू कई-कई घंटे मोबाइल पर बात करती थी। उसने पत्नी के मोबाइल में काल रिकार्डिंग शुरू कर दी। वह सुबह जल्दी उठकर सभी काल रिकार्डिंग को सुनता था। दिनेश ने बताया कि पास के एक गांव के युवक से बात करने की रिकार्डिंग भी मिली थी। तब उसका शक और गहरा गया था।