सूत्रों ने कहा कि भारत और कतर के बीच के एलएनजी के आयात को लेकर समझौता हो सकता है। इन दोनों देशों के बीच एक बहु-अरब डॉलर है। इस समझौते में प्रति वर्ष 7.5 मिलियन टन एलएनजी के आयात को मौजूदा कीमतों से कम दरों पर 2028 से आगे 20 वर्षों के लिए किया जाएगा।

पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड यहां भारत ऊर्जा सप्ताह के मौके पर कतर एनर्जी के साथ आयात अनुबंध बढ़ाने के समझौते पर हस्ताक्षर करेगी। इस समझौते को लेकर सूत्रों ने कहा कि कीमत मौजूदा कीमत से "काफी" कम होगी।