न्यूयार्क।  पिछले साल अमेरिकियों को धोखाधड़ी के चलते 75 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। यह एक नया रिकॉर्ड है। यह डेटा फेडरल ट्रेड कमीशन की ऑफिशियल वेबसाइट की रिपोर्ट में सामने आया है, जो अमेरिका की एक स्वतंत्र सरकारी एजेंसी है।
सबसे ज्यादा धोखाधड़ी वाला मामला ‘निवेश’ से जुड़ा है, जिसमें लोगों ने 38,000 करोड़ रुपए गंवाए। दरअसल, डिजिटल टूल्स की वजह से अमेरिकियों को निशाना बनाना पहले से ज्यादा आसान हो गया है। बीते साल ‘ऑनलाइन शॉपिंग’ पर होने वाली ठगी पैसे गंवाने की दूसरी सबसे बड़ी वजह थी। इसके बाद पुरस्कार, लॉटरी व्यापार और नौकरी के अवसरों के नाम पर ठगी के मामले थे। अन्य मामले क्रिप्टोकरेंसी के लेनदेन से जुड़े हुए थे।
निवेश के नाम पर 38 हजार करोड़ की धोखाधड़ी
2023 में अमेरिका में निवेश के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी से लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। इसमें लोगों को 38 हजार करोड़ रुपए गंवाने पड़े हैं। हालांकि, सबसे आम धोखाधड़ी की रिपोर्ट में जालसाजी के मामले रहे। इससे शिकार हुए लोगों को लगभग 32 हजार करोड़ रुपए का नुकसान झेलना पड़ा। इन मामलों में, ठग सरकारी अधिकारियों या व्यावसायिक प्रतिनिधियों के रूप में पेश आते थे और लोगों को धोखा देते थे।
सबसे ज्यादा ईमेल के सहारे ठगी
ठगों ने पहली बार सबसे ज्यादा ईमेल का इस्तेमाल कर लोगों को निशाना बनाया। इसके बाद फोन कॉल, टेक्स्ट संदेशों व सोशल मीडिया के जरिए ठगी की। धोखाधड़ी के मामले 2022 और 2023 में 2.6 करोड़ थे। साल 2022 में अमेरिकियों को 69 हजार करोड़ का नुकसान हुआ था। ये आंकड़ा 2023 में बढक़र 83 हजार करोड़ हो गया। इसमें 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसके अलावा अमेरिका में प्रति व्यक्ति औसतन नुकसान भी बढ़ गया है। 2019 में ये आंकड़ा 2.45 लाख था, जबकि 2023 में औसतन एक अमेरिकी को 5.7 लाख का नुकसान हुआ।