नई दिल्ली । देश में ठंड बढ़ते ही वायु प्रदूषण की समस्या भी बढ़ने लगती है। कई शहरों में एयर क्वालिटी बदतर होती जा रही है। उत्तर भारत के ज्यादातर शहरों में यही स्थिति है। इन शहरों में एक्यूआई इतना ज्यादा हो गई है कि सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और नोएडा में आज फिर एक्यूआई औसत के लिहाज से हवा की गुणवत्ता काफी खराब है। वहीं पंजाब में पराली के धुएं के चलते राज्य के कई शहरों में एक्यूआई स्तर खतरनाक हो गया है। साल दर साल दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। दिल्ली के एक्यूआई 400 के स्तर को पार कर गई है। 
पंजाब में पराली के धुएं के चलते वहां के कई शहर भी इस समय वायु प्रदूषण की मार झेल रहे हैं। पंजाब के तरन तारन जिले में स्थित खेम करन देश में आज वायु प्रदूषण (औसत) की सूची में टॉप पर है। तरन तारन में एक्यूआई 421 दर्ज किया गया है। झारखंड के साहेबगंज जिले स्थित राजमहल में आज एक्यूआई की स्थित काफी खराब है। यहां एक्यूआई 409 देखा गया है। देश की राजधानी दिल्ली में हर साल की तरह इस बार भी प्रदूषण से सांस लेना दूभर हो गया है। वायु प्रदूषण के हालात ऐसे हैं कि बच्चों के स्कूल तक बंद हो गए हैं। दिल्ली सरकार के कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा गया है। दिल्ली में एक्यूआई 402 आंका गया है।
पंजाब के मुक्तसर साहिब जिले में स्थित मलोट में भी वायु प्रदूषण बढ़ता दिख रहा है। यहां का एक्यूआई 358 देखा गया। लोगों को सांस लेने तक में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। बिहार की राजधानी पटना में भी हवा की गुणवत्ता काफी खराब हुई है। यहां एक्यूआई 452 दर्ज किया गया है। पंजाब का अबोहर शहर भी टॉप 10 की सूची में शुमार है। यहां एक्यूआई 344 आंका गया है। राजस्थान के भिवाड़ी में वायु प्रदूषण बढ़ गया है। यहां एक्यूआई 343 दर्ज किया गया है।
उत्तर प्रदेश के नोएडा में भी दिल्ली के प्रदूषण का असर दिख रहा है। यहां एक्यूआई 342 देखा गया। बिहार का पूर्णिया भी टॉप 10 प्रदूषित शहरों में आ गया है। यहां का एक्यूआई आज 341 दर्ज किया गया है। हरियाणा के रोहतक में भी इस समय वायु की गुणवत्ता खराब देखी जा रही है। यहां का एक्यूआई 340 आंका गया है।
बता दें कि किसी भी क्षेत्र में 0 से 50 के बीच एक्यूआई को सबसे अच्छा माना जाता है। वहीं 51 से 100 तक को संतोषजनक श्रेणी में रखा गया है। अगर एक्यूआई 101 से 200 के बीच है, तो यह मध्यम और 201 से 300 तक रहने पर इसे खराब श्रेणी में माना जाता है। दूसरी ओर 301 से 400 तक के एक्यूआई को बहुत खराब स्तर का माना जाता है और 401 से 500 के बीच के एक्यूआई को गंभीर श्रेणी में माना जाता है, जहां सांस लेना भी दूभर हो जाता है।