नई दिल्ली । बाहरी दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में हुई साक्षी हत्याकांड को लेकर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। इस निर्मम हत्या को लेकर राजधानी दिल्ली सहित देशभर में आक्रोश का माहौल है। आम से लेकर खास तक सभी लोग 16 साल की साक्षी की हत्या के आरोपी साहिल खान को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।साक्षी हत्याकांड को लोग लव जिहाद से जोड़ रहे हैं। ऐसे में इस मामले में अब बाबा बागेश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भी मीडिया को बयान दिया है।साक्षी मर्डर केस से मैं बहुत दुखी हू्ं। लोग हमसे कहते हैं कि आप कट्टरवादी हैं। आप दंगाईयों जैसी बात करते हैं। अपनी बहनों का जब हम यह हाल देखते हैं तो शायद इस दुनिया का कोई भाई होगा जिसका खून ना खौले। अगर ऐसा नहीं होता है तो वो जीते जी मर चुका है।

धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा कि इसलिए हम सनातन पर भरोसा करते हैं। इसलिए हम कहते हैं कि हमारा सनातन मारना नहीं सिखाता, बचाना सिखाता है।बता दें कि दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में रविवार रात 20 साल के साहिल खान ने नाबालिग हिंदू लड़की साक्षी पर चाकू से दो दर्जन से अधिक वार किए और जब इतने से उसका दिल नहीं भरा तो पत्थर से सिर कुचलकर उसे मार डाला था।इसके बाद वह पुलिस को चकमा देकर यूपी के बुलंदशहर स्थित अपनी बुआ के घर जाकर छिप गया था जिसे दिल्ली पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे दो दिन की रिमांड पर भेजा गया है। पूछताछ में साहिल लगातार अपने बयान बदलकर पुलिस को गुमराह करने का प्रयास कर रहा है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जेएनयू की ओर से परिसर में साक्षी की निर्मम हत्या के विरोध में जस्टिस मार्च निकाला। मार्च गंगा ढाबा से साबरमती ढाबा तक निकाला गया। अभाविप की जेएनयू इकाई ने आरोपित को फांसी देने की मांग की। जस्टिस मार्च में जेएनयू के छात्र छात्राएं और अभाविप कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए।इस मौके पर अभाविप जेएनयू के इकाई अध्यक्ष उमेश चंद्र अजमीरा ने कहा, दिल्ली की 16 वर्ष की इस पीड़ित छात्रा सहित न जाने कितनी लड़कियां इस प्रकार के पूर्व नियोजित मायाजाल का शिकार होकर अपना जीवन नष्ट कर ले रही हैं।फिल्म केरल स्टोरी में ऐसी ही मिलती जुलती घटनाओं का जिक्र मिलता है। हमें समाज में ऐसी घटना आगे न हों उसके लिए और अधिक जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है।