छत्तीसगढ़ सरकार दिवाली से पहले बिजली कर्मचारियों को 11 हजार रुपये बोनस देने जा रही है। इसका फायदा प्रदेश के 16 हजार से ज्यादा अधिकारियों और कर्मचारियों को मिलेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसकी पहले ही घोषणा कर दी थी। उन्होंने दीपावली से पहले ही देने के निर्देश दिए थे। बताया गया कि पिछले वित्तीय वर्ष में 21 हजार रुपये मूल वेतन और महंगाई भत्ता के रूप में मासिक वेतन पाने वाले विद्युत कर्मचारी बोनस के पात्र होंगे। इसके अलावा अन्य सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को भी उनके कार्य में दक्षता बनाए रखने के लिए प्रोत्साहन स्वरूप 11 हजार रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। इससे पावर कंपनियों पर करीब 17 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय भार आएग। 

अफसरों ने बताया कि बोनस अधिनियम 2005 के अनुसार, कंपनियां केवल नियमित और संविदा कर्मचारियों को ही सीधे बोनस दे सकती हैं। आउटसोर्सिंग से लगाए गए अथवा दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को उनके ठेकेदार की ओर से ही बोनस दिया जाना है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह सुनिश्चित करने को कहा है कि ठेका मजदूरों को उनके ठेकेदार की ओर से बोनस मिल रहा है।

बिजली कंपनी ने अपने कर्मचारियों का महंगाई भत्ता पिछले सप्ताह ही बढ़ाया है। 14 अक्टूबर के आदेश से महंगाई भत्ते की दर मूल वेतन का 38% कर दी गई। इससे पहले यह 34% निर्धारित थी। चार प्रतिशत की इस वृद्धि से बिजली कर्मियों का महंगाई भत्ता केंद्रीय कर्मचारियों की तरह हो गया है। बढ़ी हुई दर से महंगाई भत्ता जुलाई 2022 से ही दी जाएगी। बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता अक्टूबर महीने के वेतन से ही दिया जाएगा।