कानपुर हवाई अड्डे का नया टर्मिनल शुक्रवार को उड़ान भरेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इसका उद्घाटन करेंगे। चकेरी एयरपोर्ट से ढाई किमी दूर मवइया में बना यह नया टर्मिनल पुराने एयरपोर्ट से 16 गुना बड़ा है। 1980 में शहरियों और उद्यमियों की नए कॉमर्शियल एयरपोर्ट की उठी मांग 43 साल बाद पूरी होने जा रही है। यहां से बड़े शहरों की उड़ानें शुरू होो से लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर निर्भरता कम होगी।

मुख्यमंत्री दोपहर 12:15 बजे चकेरी एयरपोर्ट पर आएंगे। नए टर्मिनल पर दोपहर 12:20 बजे से लेकर 1:35 बजे तक वह कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इसके बाद दोपहर दो बजे चकेरी एयरपोर्ट से गाजियाबाद के लिए रवाना हो जाएंगे। कार्यक्रम में केंद्रीय नागरिक उड्डयन व सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री सेवानिवृत्त जनरल डॉ. वीके सिंह, उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष श्री सतीश महाना, उत्तर प्रदेश सरकार में औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ''नंदी'', अकबरपुर के सांसद देवेंद्र सिंह भोले, कानपुर नगर के सांसद सत्यदेव पचौरी और मेयर प्रमिला पांडेय मौजूद रहेंगी।

सीएम से की दिल्ली फ्लाइट बढ़ाने की मांग

कानपुर से दिल्ली की स्पाइसजेट की उड़ान को 20 मई को बंद कर दी गई थी जबकि शहर से सबसे ज्यादा यात्री दिल्ली जाते हैं। कानपुर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कोपेस्टेट के चेयरमैन विजय कपूर ने सीएम से कानपुर दिल्ली की फ्लाइट को शुरू कराने की मांग की है। इसके अलावा सपा नेता फतेह बहादुर सिंह ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से दिल्ली की चार फ्लाइट के साथ साथ व्यापारियों की सुविधा के लिए मुंबई, सूरत, अहमदाबाद की उड़ानें शुरू करने की मांग की है। एयरपोर्ट को मेट्रो कॉरिडोर से जोड़ने की मांग भी उठी है।

नए टर्मिनल पर सुविधाएं भरपूर

- नया टर्मिनल भवन 6243 वर्गमीटर के क्षेत्र में 150 करोड़ रुपये की लागत से बना है। यह मौजूदा टर्मिनल से 16 गुना बड़ा है।
- एप्रन में एक बार में तीन बड़े (ए-321 और बी-327) विमान आ जा सकते हैं। छह एप्रन तक इसे बढ़ाया जा सकता है। पुराने टर्मिनल में एक ही विमान आ जा सकता था।
- उच्चीकृत क्षमता का आईएलएस-2 लगने और एप्रोच लाइटों की वजह से कोहरे और रात में कम दृश्यता में भी विमान आ जा सकेंगे। अभी दृश्यता कम होने से उड़ानें निरस्त कर दी जाती हैं।
- नए टर्मिनल में प्रतीक्षालय में 400 यात्रियों के बैठने की क्षमता है। अभी तक 50 यात्री ही बैठ सकते थे।
- नए टर्मिनल की पार्किंग में 150 वाहन खड़े हो सकते हैं। दो बसें भी आ सकती हैं। पुराने एयरपोर्ट में 20 वाहनो की ही पार्किंग मुश्किल से होती थी।
- यात्रियों के लिए त्वरित चेक-इन प्रक्रिया के लिए आठ चेक-इन काउंटर हैं। सामान के आसान रखरखाव और संग्रह की सुविधा के लिए तीन कन्वेयर बेल्ट हैं। इसमें एक प्रस्थान हॉल और दो आगमन हॉल में हैं।
- 850 वर्ग मीटर में फैला एक बड़ा शॉपिंग हॉल है। इसमें यात्रियों के लिए खरीदारी और खाने पीने के तरह-तरह के भोजन की सुविधा है।
- दृष्टिबाधित यात्रियों के लिए स्पर्श पथ के प्रावधान किए गए हैं।
- टर्मिनल भवन की छत डबल इंसुलेटेड धातु से बनी है। इससे अंदर गर्मी और आवाज नहीं आती है।
- भूजल को रीचार्ज करने के लिए वर्षा जल संचयन, जल उपचार संयंत्र, सीवेज उपचार संयंत्र, 100 किलोवाट क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र है। ग्रीन बिल्डिंग के लिए इसे जीआरआईएच-4 रेटिंग मिली है।