भोपाल   भोपाल में हो रहे कांग्रेस के सम्मेलन में दिग्विजय सिंह के बेटे और गुना की राधोगढ विधानसभा सीट से विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा, 'ग्वालियर की पनौती' भाजपा में चली गई, इसी वजह से ग्वालियर में 57 साल बाद कांग्रेस का मेयर बन पाया है। सज्जन वर्मा ने विवादित बयान देते हुए कहा, इंदिरा गांधी ने गोलियां खाईं, राजीव गांधी को बम से उड़ा दिया, नरेंद्र मोदी बताएं कि है उनके वंश में ऐसा कोई बलिदानी। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल ने कहा, बीजेपी के लिए राहुल गांधी ने चैलेंज पैदा किया है 4 हजार किलोमीटर पैदल चलकर दिखाओ। राहुल गांधी को चना मत समझ लेना, वो लोहे का चना है, चबा नहीं पाओगे। मप्र के नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस को मिली कामयाबी से कार्यकर्ता और नेता उत्साहित हैं। ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, मुरैना जैसे शहरों में महापौर बनाने में सफलता मिलने के बाद आज भोपाल में प्रदेशभर के नगरीय निकायों में चुनाव जीते जनप्रतिनिधियों का सम्मेलन बुलाया गया है।

जबलपुर मेयर बोले, कमलनाथ के आंसू देखकर उन्हें CM बनाने की कसम खाई है...

जबलपुर मेयर जगत बहादुर सिंह ने कहा, कमलनाथ की सरकार जिस दिन गिरी थी, उसी दिन उनके आंसुओं को देखकर कसम खाई थी कि जब तक कमलनाथ को दोबारा सीएम नहीं बना देता, चैन से नहीं बैठूंगा। रीवा महापौर बोले- इस बार रीवा से बनेगी कांग्रेस की सरकार, कमलनाथ को बनाएंगे सीएम। ग्वालियर मेयर शोभा सिकरवार ने कहा, कमलनाथ ने मुझपर भरोसा किया तो ग्वालियर की जनता ने 30 हजार वोट से जिताकर 57 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। अब हम विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड तोड़ जीत दिलाएंगे। छिंदवाड़ा मेयर विक्रम अहाके ने कहा, मैं सबसे कम उम्र का उम्मीदवार होने के साथ ही सबसे गरीब प्रत्याशी था। मेरी पूरी संपत्ति बीवी के जेवर मिलाकर साढ़े तीन लाख थी। मुझे उम्मीद नहीं थी कि मेरा जैसा गरीब आदिवासी मेयर बन सकता है। कमलनाथ जी ने मेरा काम देखा। 18 साल बाद छिंदवाड़ा में कांग्रेस का महापौर बना।

मेयर से लेकर पार्षद शामिल...

राजधानी भोपाल के रविंद्र भवन में आयोजित नगरीय निकाय सम्मेलन में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के साथ सीनियर लीडर्स जुटे हैं। सुबह 11 बजे सुरेश पचौरी, जयवर्धन सिंह, कांतिलाल भूरिया, सांसद राजमणि पटेल, सुधांशु त्रिपाठी, मप्र कांग्रेस प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल, सीपी मित्तल पहुंच चुके हैं। जीतू पटवारी और सज्जन सिंह वर्मा भी मौजूद हैं। इस सम्मेलन के जरिए कमलनाथ अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में शहरी वोटर्स को आकर्षित करने के लिए चर्चा कर रहे हैं।