भोपाल । मप्र में चक्रवाती तूफान सितरंग का असर कम ही होने का अनुमान है। बंगाल की खाड़ी में बने अवदाब का क्षेत्र तूफान में बदल सकता है, लेकिन असर असर मप्र में ज्यादा नहीं होने का अनुमान है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक रविवार को इस मौसम प्रणाली के गहरे अवदाब में बदलने और सोमवार को चक्रवाती तूफान सितरंग में परिवर्तित होने की संभावना है। हालांकि इस तूफान के समुद्र के रास्ते बांग्लादेश की तरफ बढ़ने के कारण इसका मध्य प्रदेश के मौसम पर विशेष असर पड़ने की संभावना कम है। हालांकि दीपावली पर पूर्वी मध्य प्रदेश में कहीं–कहीं बादल छा सकते हैं। उधर मौसम शुष्क रहने के कारण रात में ठंडक बढ़ गई है। इसी क्रम में प्रदेश में सबसे कम 14 डिग्री सेल्सियस तापमान रायसेन एवं मंडला में रिकार्ड किया गया। रविवार को न्यूनतम तापमान में और गिरावट होने की संभावना है।उधर सोमवार को बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान सितरंग के बनने के आसार है। तूफान के समुद्र के रास्ते बांग्लादेश की तरफ बढ़ने के कारण उसका मध्य प्रदेश के मौसम पर विशेष असर पड़ने की संभावना नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार को न्यूनतम तापमान नर्मदापुरम संभाग के जिलों में काफी गिरे तथा शेष संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। भोपाल संभाग के जिलों में सामान्य से कम तथा शेष संभागों के जिलों में सामान्य रहे। राजधानी में न्यूनतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जासे सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम रहा। यह इस सीजन में रात का सबसे कम तापमान रहा। इसके पहले 16 अक्टूबर को राजधानी का न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में पश्चिमी मध्य प्रदेश पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। इसके असर से मौसम शुष्क बना हुआ है। साथ ही रात के तापमान में गिरावट हो रही है। रविवार को इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों को छोड़कर शेष जिलों में न्यूनतम तापमान में गिरावट होने की संभावना है।