नई दिल्ली । पड़ोसी देश पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक संकट के बीच, ऋण पुनर्भुगतान के कारण विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट जारी है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) की रिपोर्ट में कहा गया है कि विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का सिलसिला जारी है और 26 जनवरी को यह 8.21 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो पिछले सप्ताह की 8.27 अरब डॉलर की तुलना में 5.4 करोड़ डॉलर कम है। पाकिस्तान के वाणिज्यिक बैंकों के भंडार के साथ देश का कुल तरल विदेशी मुद्रा भंडार 13.26 बिलियन अमरीकी डॉलर है, देश के वाणिज्यिक बैंकों के पास 5.04 बिलियन अमरीकी डॉलर का भंडार है। हालांकि, पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने अपने तीन अरब डॉलर के ऋण कार्यक्रम के तहत अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से 70.56 करोड़ डॉलर की हालिया किश्त के सकारात्मक प्रभाव पड़ने की बात कही है। आरिफ हबीब लिमिटेड के सीईओ शाहिद अली हबीब ने सोशल मीडिया पर बताया कि उच्च आरक्षित स्तर ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तान के रुपये को स्थिर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जून 2024 तक पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार के लिए आईएमएफ का 9.1 बिलियन अमरीकी डॉलर का संशोधन निरंतर क्रमिक विकास के संकेत देता है। एक समाचार पत्र की खबर के मुताबिक पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 8.27 अरब डॉलर रह गया था। मुद्रा भंडार कम रहने और मौजूदा राजनीतिक उथल-पुथल के कारण आईएमएफ सौदे में और देरी की आशंका के कारण अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 276 पाकिस्तानी रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया है।