वाराणसी  । हाल ही में वाराणसी में आयोजित नेशनल सीड  कांग्रेस में खेती में उपयोग किए जाने वाले बड़े ड्रोन का प्रदर्शन किया गया था। कृषि ड्रोन का निर्माण  स्काई लाइट गोवा की कंपनी ने तैयार किया  है। इस कंपनी के अधिष्ठाता और स्टॉल मैनेजर निकुंज बाजोरिया ने बताया कि इस ड्रोन के छिड़काव  की क्षमता 7 मिनट में 1 एकड़ की है। इसके   माध्यम से वॉटर सॉल्युबल मटेरियल, डेंगू के लारवा को मारने की दवा, खाद एवं पेस्टिसाइड, मलेरिया की दवा का छिड़काव किया जाता है। इस ड्रोन के माध्यम से जंगल में लगे आग में पानी का भी छिड़काव किया जा सकता है। इसकी कैपेसिटी  16 लीटरकी  है। इस ड्रोन की कीमत  10. 90  लाख है। यह   ड्रोन बैटरी चालित है।  कंपनी द्वारा डीजीसीए द्वारा प्रमाणित ड्रोन पॉयलॉट की एक ट्रेनिंग कोर्स चलाया जा रहा है, जिससे युवा सिख कर आर्थिक स्वावलंबन प्राप्त कर सकते हैं।
नेशनल सीड  कांग्रेस में भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी द्वारा नये प्रजाति के अनुसन्धान किये गये बैगन और मिर्च की प्रजाति का भी प्रदर्शन  किया गया था। बैगन में काशी हिमानी, काशी मोदक, काशी संदेश, काशी मनोहर, काशी तरु, काशी नंद इत्यादि एवं  मिर्ची में काशी सिंदूरी, A2, काशी गरिमा, काशी गौरव,काशी सुर्ख,काशी रत्न, काशी आभा, काशी तेज, सीसीएस 13, काशी अनमोल इत्यादि 10 प्रकार  की वैरायटी का प्रदर्शन  किया गया था।
संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक  डॉक्टर इनदीवर प्रसाद ने बताया कि संस्थान द्वारा पोमेटो और ब्रोमैटो  2 तरह की प्रजातियां  का विकास किया गया है जिसमें एक साथ एक जड़ में दो सब्जियाँ  उगायी जा सकती हैं। संस्थान द्वारा हाल ही में देश भर से आए 7000 किसानों को कृषि का प्रशिक्षण दिया गया है जिसमें 120 तरह के प्रशिक्षण दिया गया है। इसमें जिला कृषि अधिकारी तथा कृषि से जुड़े अन्य कर्मचारी एवं अधिकारी थे।
 नेशनल सीड  कांग्रेस में कुल 29 स्टाल लगाए गये थे जो कृषि इंजीनियरिंग, पेस्टिसाइड,कृषि यंत्र, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण,  मल्टीग्रेन, सोलर, कृषि उत्पाद  इत्यादि से जुड़े  थे।