नई दिल्ली| दिल्ली आबकारी नीति घोटाले के सिलसिले में एक ताजा घटनाक्रम में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को दो और लोगों को गिरफ्तार किया। सूत्रों के अनुसार दक्षिण भारत के दो व्यवसायियों शरत रेड्डी के. और बिनॉय बाबू को गिरफ्तार किया गया। दोनों को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा। ईडी उनकी कस्टडी रिमांड की मांग करेगी।

सूत्रों ने दावा किया है कि बाबू और रेड्डी ने घोटाले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इससे पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के करीबी सहयोगी दिनेश अरोड़ा ने कहा था कि वह इस मामले में सरकारी गवाह बनना चाहते हैं।

इस मामले में अब तक चार गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।

सूत्र ने कहा, "रेड्डी अरविंदो फार्मा फर्म चलाते हैं जबकि बाबू पर्नोड रिकार्ड फर्म चलाते हैं। वे तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कारोबारी हैं।"

सीबीआई ने मामले में अपनी प्राथमिकी में सिसोदिया को आरोपी नंबर वन बनाया है।

सिसोदिया पर आरोप है कि शराब कारोबारियों को कथित तौर पर 30 करोड़ रुपये की छूट और लाइसेंस धारकों को कथित तौर पर उनकी इच्छा के अनुसार विस्तार दिया गया था।

आईएएनएस के उपलब्ध एफआईआर की कॉपी के मुताबिक ़, "शराब ठेकेदारों को अनुचित लाभ प्रदान करने के इरादे से मनीष सिसोदिया, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री, अरवा गोपी कृष्णा, तत्कालीन आयुक्त (आबकारी), आनंद तिवारी, तत्कालीन उपायुक्त (आबकारी) और पंकज भटनागर, सहायक आयुक्त (आबकारी) ने संबंधित निर्णय लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।