राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सर्दियों की दस्तक से प्रदूषण का भी जोर शुरू हो जाता है, जिससे लोगों के दिनचर्या पर गहरा प्रभाव पड़ता है तो यह प्रदूषण बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के स्वास्थ्य के लिए घातक बन जाता है।

दिल्ली के कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर गंभीर स्तर पर बना हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में समग्र वायु गुणवत्ता लगातार कई दिनों से 'गंभीर' श्रेणी में बनी हुई है।

CPCB के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में बनी हुई है। बिगड़ती वायु गुणवत्ता के जवाब में, दिल्ली-एनसीआर ने GRAP IV प्रतिबंध लगाए हैं। मंगलवार सुबह 8 बजे आनंद विहार इलाके में AQI 441 दर्ज किया गया है, जबकि सुबह पांच बजे 432 दर्ज किया गया था।

प्रदेश में बढ़े प्रदूषण के स्तर को देखते हुए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर सोमवार को सभी संबंधित विभागों की बैठक बुलाई थी, उनके कार्यालय ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि ये बैठक GRAP-4 को सख्ती से लागू करने के लिए बुलाई गई है।

लागू हुआ ग्रैप चौथा चरण

CAQM ने रविवार को वायु गुणवत्ता में और गिरावट को रोकने के लिए तत्काल प्रभाव से पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के चरण IV को लागू करने का निर्णय लिया। गुणवत्ता आयोग ने कहा कि चरण I से III के तहत लगाए गए प्रतिबंधों के अतिरिक्त चरण IV को लागू किया जाएगा।

8-सूत्रीय कार्य योजना के अनुसार, दिल्ली में ट्रक यातायात के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा (आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले/ आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले ट्रकों और सभी एलएनजी/ सीएनजी/ इलेक्ट्रिक ट्रकों को छोड़कर) के अलावा, आवश्यक वस्तुओं को ले जाने/आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वालों को छोड़कर, दिल्ली में पंजीकृत डीजल चालित मध्यम माल वाहन (एमजीवी) और भारी माल वाहन (एचजीवी) के दिल्ली में चलने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।

10वीं और 12वीं को छोड़कर सभी कक्षाएं 10 तक बंद

दिल्ली में पांचवीं तक की कक्षाओं के लिए पहले ही 10 नवंबर तक स्कूल बंद रखने के आदेश दिए जा चुके हैं। अब छठी, सातवीं, आठवीं, नौवीं और 11वीं की कक्षाएं भी 10 नवंबर तक बंद रहेंगी। उनकी पढ़ाई जारी रखने के लिए ऑनलाइन क्लासेस शुरू कराने का निर्णय लिया गया है, जबकि 10वीं और 12वीं कक्षाएं ऑफलाइन जारी रहेंगी।

कैंसर का खतरा पैदा करता है ज्यादा AQI

डॉक्टरों के अनुसार, किसी भी स्वस्थ व्यक्ति के लिए अनुशंसित AQI 50 से कम होना चाहिए, लेकिन इन दिनों AQI 400 से अधिक हो गया है जो फेफड़ों से संबंधित बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए घातक साबित हो सकता है और यहां तक कि फेफड़ों के कैंसर का खतरा भी पैदा हो सकता है।