अध्यक्ष चुनाव में जीत के लिए पार्षदों को घुमने भेजा
पचमढ़ी से लेकर उतरांचल तक की यात्रा कर रहे नेता


भोपाल । आगामी 17,18, 19 अक्टूबर को जिले की तीन परिषदों में होने वाले अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव को लेकर भाजपा ने बाड़ेबंदी करते हुए अपने सभी पार्षदों को राजनैतिक पर्यटन पर बाहर भेज दिया है। आमला, मुलताई और बैतूल में हुए सेबोटेज से डरी हुई भाजपा अब के सारणी, आठनेर और चिचोली में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। इसी के चलते पार्षदों को पचमढ़ी से लेकर वैष्णव देवी, सिरडी, उज्जैन और उत्तरांचल की यात्रा पर भेज दिया गया है।
इस चुनाव में यू तो सभी तीनों परिषदों में भाजपा पार्षदों का बाहुल्य है। लेकिन भाजपा इन सब के बावजूद कोई टूट नहीं होने देना चाहती। गत चुनाव में आमला में 5, मुलताई में तीन और बैतूल में एक पार्षद के टूट जाने से भाजपा को मुलताई, आमला में नुकसान उठाना पड़ा था। इसीलिए अब पार्टी कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। इसी लिए पार्षदों को बाहर भेज दिया गया।
36 पार्षदों वाली सारणी नगरपालिका में भाजपा के 19, कांग्रेस के 11 और निर्दलीय 6 पार्षद जीतकर आए। सारणी में 19 अक्टूबर को अध्यक्ष का चुनाव होना है। ऐसे में यहां के सभी भाजपा पार्षदों को बाहर भेज दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक सारणी के 19 भाजपा और एक निर्दलीय पार्षद को भाजपा ने बाहर भेज दिया है। सूत्र बता रहे हैं कि इन्हें पहले कुकुरू फिर पचमढ़ी वहां से उज्जैन और फिर शिर्डी भेजा गया है। निजी वाहनों से बाहर गए इन पार्षदों को 19 अक्टूबर तक बाहर ही रखा जाना है। चुनाव के दिन इन्हें सारणी लाया जाएगा। बताया जा रहा है कि इन पार्षदों में 10 नंबर वार्ड की पार्षद के पति को ले जाया गया है। जबकि निर्दलीय संदीप झपाटे को भी भाजपा ने अपने पार्षदों के साथ बाहर भेज दिया है। इसके पीछे सेबोटेज का सबसे बड़ा डर बताया जा रहा है। पार्टी यहां किशोर बरदे, योगेश बरडे और छाया अतुलकर के नाम पर विचार कर रही है । इनमें किशोर बरदे और योगेश भाजपा में आने के बावजूद कांग्रेस माइंडेड प्रत्याशी रहे हैं। किशोर भी कांग्रेस से भाजपा में आए हैं। छाया अतुलकर के पहली बार जीतने पर उनके अध्यक्ष बनने की संभावनाएं कम है। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में किशोर चुनौती ना बने इसलिए उन्हें अध्यक्ष पद का ताज पहनाया जा सकता है। फिलहाल तो पार्टी ने बाड़ेबंदी करते हुए सभी पार्षदों को बाहर रखा हुआ है ।यह सभी राजनीतिक पर्यटन के तहत कुकुरू से लेकर शिर्डी और उत्तर प्रदेश उत्तरांचल की यात्रा कर रहे हैं।
आठनेर नगर परिषद में 9 भाजपा, 5 कांग्रेस और एक निर्दलीय पार्षद चुनाव जीते हैं। ऐसे में अध्यक्ष को चुनने के लिए भाजपा के पास यूं तो पर्याप्त और कांग्रेस से कहीं अधिक पार्षद है, लेकिन कोई गड़बड़ी ना हो जाए। इसलिए सभी 9 पार्षदों को बाहर की यात्रा कराई जा रही है। इन्हें पचमढ़ी से लेकर हिमाचल तक की यात्रा कराई गई है। सूत्र बता रहे हैं कि फिलहाल सभी यात्रा कर भोपाल पहुंच गए हैं। ये लोग रोज कहीं ना कहीं जगह बदल रहे हैं। शुरू में इन्हें पचमढ़ी भेजा गया था जो हिमाचल की यात्रा कर अब भोपाल तक वापस आ गए हैं।
चिचोली नगर परिषद में 11 भाजपा और 4 कांग्रेस के प्रत्याशी चुनाव जीते थे। यहां भी बाड़ेबंदी करते हुए 8 पार्षदों को राजनीतिक पर्यटन पर भेज दिया गया है। ताकि उन्हें कोई गुमराह ना कर सके। सूत्र बता रहे हैं कि इन्हें वैष्णो देवी और उत्तरांचल की यात्रा पर 8 दिन पहले भेज दिया गया था। बाली मालवीय के नेतृत्व में भेजे गए इन पार्षदों में एक पार्षद को जैन तीर्थ की यात्रा कराई गई है। बाकी अन्य वैष्णो देवी गए थे। 11 भाजपा पार्षदों में से अध्यक्ष के दावेदार सुलोचना मालवीय, वर्षा मालवीय और उमेश पेठे को छोड़कर सभी को बाहर भेज दिया गया है। देखना होगा कि इतनी बाड़ेबंदी के बावजूद भाजपा अपने दुर्ग कैसे बचा पाती है। इन सारे प्रयासों के बावजूद कोई टूटन होती है या नहीं।