इस्लामाबाद। पाकिस्तान के जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने  किसी भी मुख्य राजनीतिक दल के साथ गठबंधन की सरकार बनाने के विचार को खारिज कर दिया और दावा किया कि काले धन को सफेद बनाने के काम में बड़े पैमाने पर लगे लोगों को सत्ता में लाने के प्रयास किए जा रहे हैं. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के संस्थापक खान(71) ने रावलपिंडी की उच्च सुरक्षा वाली अडियाला जेल में संवाददाताओं से बात की. खान और उनकी पार्टी के कई सहयोगी कई मामलों में दोषसिद्धि को लेकर कई महीनों से जेल में बंद हैं.
पाकिस्तान में आठ फरवरी को हुए चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवारों ने 266 सदस्यीय असेंबली में 101 सीटें जीती जिसमें से अधिकतर पीटीआई द्वारा समर्थित उम्मीदवार थे. अन्य पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने 75 सीटें जीती और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने 54 सीटों पर जीत हासिल की.
देश में गठबंधन सरकार अपरिहार्य प्रतीत होती है क्योंकि नेशनल असेंबली में किसी भी एक पार्टी को बहुमत नहीं मिला है. पाकिस्तान में त्रिशंकु संसद की स्थिति बन सकती है. शरीफ की पीएमएल-एन और पीपीपी के बीच दो दिनों से बातचीत चल रही है. वहीं, निर्दलीय उम्मीदवारों को अपने पाले में लाने के लिए प्रयास चल रहे हैं और माना जा रहा है कि यह काम आसानी से हो जाएगा.
खान ने कहा कि पीएमएल-एन, पीपीपी और मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के साथ कोई बातचीत नहीं होगी लेकिन उन्होंने अन्य सभी पार्टियों और समूहों से संपर्क करने की इच्छा जताई है.
उन्होंने कहा, पीएमएल-एन, पीपीपी और एमक्यूएम के साथ कोई गठबंधन नहीं हो सकता है. उन्होंने पीटीआई के सूचना सचिव रऊफ हसन को इन तीन पार्टियों को छोड़कर सभी पार्टियों को एक साथ लाने का निर्देश दिया है.