विजय मत,भोपाल। क्रिकेट की दुनिया मे यदि सचिन तेंडुलकर को God of Cricket कहा जाता है तो ऐसे की भगवान साउथ अफ्रीका के पूर्व आल राउंडर महान क्रिकेटर जोंटी रोड्स हैं। जिन्हें God of fielding अर्थात क्षेत्ररक्षण (फील्डिंग) का भगवान कहें तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। बाल क्रिकेटरों के को जोंटी रोड्स सदा स्नेह मार्गदर्शन देते हैं।

गत दिवस  एक कार्यक्रम  में हिस्सा लेने भोपाल आए इस महान क्रिकेटर ने भोजपुर क्लब में नन्हे क्रिकेटरों से मिलकर सीधा संवाद किया। कुछ खिलाड़ी उन्हें इतने पसंद आए कि सर रोड्स ने उन्हें क्रिकेटिंग व फील्डिंग टिप्स देकर उनका मार्गदर्शन किया। तो कुछ को ऑटोग्राफ भी। लेकिन नन्हे क्रिकेटर अर्जुन ऐसे भाग्यशाली  खिलाड़ी बने जिनसे जोंटी रोड्स ने कुछ देर तक फुर्सत से बात की। उनसे सवाल पूछा। जैसे तुमने यह जर्सी कहाँ की पहन रखी है? यह सडोल अर्थात शहडोल कहाँ है... फील्डिंग के समय कैसी पोजिशन होनी चाहिए आदि । अर्जुन की हाजिर जवाबी से रोड्स इतने खुश हुए कि उन्हें ऑटोग्राफ वाली कैप भेंट कर दी। अर्जुन महज 13 साल के हैं। और मध्यप्रदेश की शहडोल डिवीजन टीम से खेलते हैं। वे रेस्ट ऑफ़ एमपी खेल चुके हैं। अर्जुन महान खिलाड़ी से मिलकर बहुत खुश हैं। उनका कहना है कि वे जोंटी सर से हुई इस मुलाकात, टिप्स और अनमोल आटॉग्राफ्ट कैप हमेशा अपने साथ रखेंगे। आपको बता दें कि जोंटी रोड्स साउथ अफ्रीका के लिए कई साल खेले हैं। फील्डिंग में उन्हें जादूगर माना जाता है। वे जिस एरिया में खड़े रहते थे वहां से एक रन दौड़ने में सचिन तेंदुलकर, ब्रायन लारा, सौरव गांगुली तक संकोच करते थे। तेंदुलकर को रोड्स ने कई बार फील्डिंग से शिकार तक बनाया। उनके जैसा फील्डर आज तक कोई नहीं बन सका। रोड्स ने अर्जुन से कहा- वे पेशेंस (धैर्य) से खेलकर क्रिकेट को एन्जॉय करेंगे तो अच्छा खेलेंगे। आपको बता दें अर्जुन शुक्ला भोपाल की अरेरा क्रिकेट एकेडमी में मुख्य कोच सुरेश चेनानी से क्रिकेट की कोचिंग ले रहे हैं। जोंटी रोड्स ने वैसे तो वहां मौजूद अन्य खिलाड़ियों को अपने आटोग्राफ दिए मगर नन्हे अर्जुन उन्हें थोड़े ख़ास लगे। 

न्यूज़ सोर्स : Vijay Mat