नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव की सियासी बयार के बीच दिल्ली में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे में अरविंदर सिंह लवली ने करीब 10 कारण बताए और अपनी नाराजगी जाहिर की। चार पन्नों के रेजिग्नेशन लेटर से जाहिर है कि कांग्रेस से अरविंदर सिंह लवली की नाराजगी कोई नई नहीं है, बल्कि धीरे-धीरे बढ़ी है। प्रदेश अध्य़क्ष पद से लवली के इस्तीफा देने की कई वजहों में से एक कन्हैया कुमार भी हैं। उन्होंने बाकायदा इस बात का जिक्र मल्लिकार्जुन खरगे को दिए इस्तीफे में किया है। अब इसको लेकर कन्हैया कुमार की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। उन्होंने कहा मुझें नहीं पता। मुझे कोई जानकारी नहीं है। मुझे पार्टी से जानकारी एकत्र करने दीजिए और फिर मैं कोई टिप्पणी कर सकूंगा। इसके अलावा, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और कांग्रेस के सीनियर नेता सुभाष चोपड़ा ने भी लवली के इस्तीफे पर रिएक्शन दिया। उन्होंने कहा कि वह अरविंदर सिंह लवली के इस कदम से हैरान हैं। हालांकि, यह ध्यान में रखने वाली बात है कि उन्होंने केवल पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है, पार्टी से नहीं। वहीं, संदीप दीक्षित ने कहा कि कांग्रेस का कार्यकर्ता होने के नाते अरविंदर सिंह लवली का व्यक्तिगत दर्द है। दर्द यह है कि हम दिल्ली में अपनी पुरानी प्रतिष्ठा वापस लाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इसके अलावा, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और कांग्रेस के सीनियर नेता सुभाष चोपड़ा ने भी लवली के इस्तीफे पर रिएक्शन दिया। उन्होंने कहा कि वह अरविंदर सिंह लवली के इस कदम से हैरान हैं। हालांकि, यह ध्यान में रखने वाली बात है कि उन्होंने केवल पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है, पार्टी से नहीं। वहीं, संदीप दीक्षित ने कहा कि कांग्रेस का कार्यकर्ता होने के नाते अरविंदर सिंह लवली का व्यक्तिगत दर्द है। दर्द यह है कि हम दिल्ली में अपनी पुरानी प्रतिष्ठा वापस लाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।