भोपाल। मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन वापसी का दौर आज खत्म हो चुका है। भाजपा के 5 तो कांग्रेस के 6 बड़े दिग्गज बागी मैदान में डटे हैं। बुधवार और गुरुवार दो दिन नाम वापसी के लिए दिए गए थे। इस दौरान भाजपा 4 तो कांग्रेस 3 बड़े नेताओं को मनाने में कामयाब रही है। भोपाल में कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक जितेंद्र डागा ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। लेकिन भोपाल उत्तर विधानसभा में कांग्रेस के बागी नहीं माने। आरिफ अकील के भाई आमिर अकील एवं कांग्रेस नेता नासिर इस्लाम बतौर निर्दलीय मैदान में डटे हुए हैं। इससे भोपाल उत्तर में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
गुरुवार को मनगवां (रीवा) से भाजपा विधायक पंचूलाल प्रजापति की पत्नी पन्नाबाई, आलोट (रतलाम) से भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष रमेश मालवीय ने नाम वापस लिए। जबलपुर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल ने भी अपना पर्चा वापस ले लिया है। कमलेश ने जबलपुर उत्तर-मध्य से निर्दलीय मैदान में थे। इसी तरह से कांग्रेस से हुजूर (भोपाल) से निर्दलीय उतरे पूर्व विधायक जितेंद्र डागा, सिहोरा (जबलपुर) से कौशल्या गोटिया ने गुरुवार को नामांकन वापस ले लिया। झाबुआ से पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा भी मान गए। लेकिन कांग्रेस के 6 बड़े नेता बतौर निर्दलीय उम्मीदवार अभी मैदान में डटे हुए हैं।
हर्षवर्धन ने भाजपा से इस्तीफा दिया
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रहे नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह चौहान ने गुरुवार भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य थे। हर्षवर्धन ने बुरहानपुर से भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय नामांकन फॉर्म भरा था। निवाड़ी सीट पर पूर्व जिलाध्यक्ष कमलेश्वर देवलिया निर्दलीय डटे हैं। देवलिया बीजेपी के पुराने नेता हैं। मुरैना में पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह भी भाजपा छोड़कर बसपा में शामिल हो चुके हैं। बेटे राकेश बसपा से प्रत्याशी हैं।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव खामरा भाजपा में गए
गोविंदपुरा (भोपाल) से कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय फॉर्म भरने वाले पक्ष खामरा ने गुरुवार को भाजपा का दामन थाम लिया है। वे कांग्रेस के प्रदेश सचिव रहे हैं। भोपाल उत्तर से कांग्रेस के बागी नासिर इस्लाम निर्दलीय डटे हुए हैं। महू (इंदौर) से पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। वे निर्दलीय हैं।
पूर्व मंत्री रंजना बघेल मानीं, कन्हैयालाल का नामांकन भी वापस
इसी तरह से भाजपा में मनावर (धार) से पूर्व मंत्री रंजना बघेल मान गई हैं। वे भाजपा के पक्ष में प्रचार करेंगी। शाजापुर में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह जादौन ने अपना नामांकन वापस ले लिया। बदनावर (धार) में भाजपा किसान मोर्चा के जिला महामंत्री रतनलाल पाटीदार ने नामांकन वापस लिया है।
कांग्रेस में भी हद तक बागी मान गए हैं। तराना (उज्जैन) से कांग्रेस नेता मुकेश परमार ने सुरजेवाला के कहने पर अपना नामांकन वापस लिया हैं। भोपाल उत्तर से कांग्रेस के पूर्व पार्षद अब्दुल शफीक अब आतिफ अकील के लिए प्रचार करेंगे। सिहोरा (जबलपुर) से पूर्व जिला पंचायत सदस्य जमुना मरावी भी निर्दलीय नहीं लड़ेंगी। बमोरी (गुना) से पूर्व राज्यमंत्री कन्हैयालाल अग्रवाल ने डमी नामांकन भरा था। इसे उन्होंने वापस ले लिया। कांग्रेस ने उनके बेटे ऋषि को प्रत्याशी बनाया है।