प्रयागराज। दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक माघ मेला के पांचवे माघी पूर्णिमा स्नान पर गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पवित्र जल में करीब 27 श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगायी। शनिवार को दोपहर तक ही करीब 24 लाख श्रद्धालुओं संगम में स्नान कर चुके थे। प्रशासन ने करीब 30 लाख श्रद्धालुओं के स्नान करने की संभावना जताई है। प्रशासन ने बताया कि श्रद्धालुओं ने ब्रह्ममुहूर्त में स्नान शुरू कर दिया। मेला क्षेत्र में स्नान करने आए श्रद्लुओं से अपने लोगों का हाथ पकड़े रहने तथा छोटे बच्चों पर विशेष ध्यान रखने की लगातार लाउड स्पीकर पर उद्घोष कर रहा है। प्रभारी माघ मेला अधिकारी दयानंद ने बताया कि श्रद्धालुओं को सुगमता से स्नान करने के लिए 12 घाट तैयार कराए गए हैं। मेला क्षेत्र में प्रवेश के साथ ही निकास पर अधिक जोर रहेगा। मेला क्षेत्र में सभी व्यवस्था मौनी अमावस्या वाली ही है। ब्रह्ममुहूर्त बेला से कल्पवासी, साधु-संत और दूर-दराज से स्नान करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने स्नान शुरू कर दिया था। मौसम सुहावना होने से भोर से ही संगम तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आयी।