भोपाल : ऊर्जा साक्षरता अभियान में अब तक प्रदेश के 8 लाख 67 हजार 33 लोगों ने पंजीयन करा कर बिजली के अपव्यय को रोकते हुए न्यूनतम खपत की ओर बुद्धिमत्ता पूर्ण कदम बढ़ाया है। शाजापुर जिले में सर्वाधिक एक लाख 11 हजार से अधिक लोग ऊर्जा साक्षरता से जुड़ चुके हैं। शाजापुर जिला शुरू से ही अभियान में आगे रहा है। शाजापुर कलेक्टर दिनेश जैन के आहवान पर गत 14 अक्टूबर को सुबह 11 से 12 बजे के बीच एक घंटे के दौरान नागरिकों ने स्वेच्छा से अपने विद्युत उपकरण बंद रखे।

यही नहीं कलेक्टर ने शुजालपुर और अकोदिया नगर की गलियों में घूम कर व्यवसाइयों और नागरिकों की ऊर्जा बचत के लिए जागरूक किया। उन्होंने लोगों से कहा कि कोयले के अत्यधिक दोहन और उपयोग से पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। वहीं हमारे पारंपरिक ऊर्जा के स्त्रोतों में भी कमी आ रही है। इसलिए हम सभी को ऊर्जा की बचत पर ध्यान देना है। यदि हम अपने हर माह बिजली के बिल में 10 प्रतिशत कटौती करते हैं तो विद्युत उत्पादन में लगने वाले कोयले की बचत होगी और हमारे कोयला भंडार अधिक समय तक चलेगा। कलेक्टर ने पैदल भ्रमण के दौरान राह चलते, घर में मौजूद और दुकानदारों आदि को भी ऊर्जा बचत का महत्व बताया।

ऊर्जा साक्षरता अभियान में नरसिंहपुर जिले में 42 हजार 109, जबलपुर जिले में 36 हजार 624, बालाघाट 35 हजार 319, शहडोल 31 हजार 827, राजगढ़ 24 हजार 984, शिवपुरी 24 हजार 473, सीधी 24 हजार 405, भोपाल 24 हजार 904, कटनी 23 हजार 909, डिण्डौरी 22 हजार 752, टीकमगढ़ 20 हजार 80, रायसेन 20 हजार 442 और सतना जिले में 20 हजार 573 लोग पंजीकृत हुए हैं। वहीं अशोकनगर, पन्ना, हरदा, सिंगरौली, आगर-मालवा, गुना, भिंड, दतिया आदि जिलों में अभियान की रफ्तार बहुत धीमी है।