नई दिल्ली । केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना उद्योगों के लिए केवल शुरुआत होगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएलआई लागू करने का उद्देश्य भारत को मैन्यूफैक्चरिंग महाशक्ति बनाना है और इसके लिए अभी एक लंबी यात्रा तय करनी है। उन्होंने उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से कहा कि हम आपको पीएलआई के जरिये सरकारी सब्सिडी पर निर्भर नहीं बनाना चाहते हैं। यह सिर्फ एक शुरुआत की तरह है। केंद्रीय मंत्री ने सुझाव दिया कि उद्योग धीरे-धीरे वैश्विक बाजारों पर ध्यान केंद्रित करे और भारत के बड़े घरेलू बाजार के आराम से बाहर आए। उन्होंने कहा कि अधिक दूरदर्शी प्रयास से पैमाना, मात्रा और लागत प्रभावशीलता बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि हम आपके सहयोगी और साझेदारों की भी तलाश कर रहे हैं। बैठक में औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के एक अ‎धिकारी ने कहा कि पीएलआई को लेकर कुछ समस्याएं सामने आई हैं और सरकार इनको लेकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना से घरेलू स्तर पर मोबाइल और व्हाइट गुड्स जैसे क्षेत्रों में मूल्यवर्धन हुआ है। बैठक में उद्योग जगत के 1,200 से अधिक प्रतिनिधि मौजूद रहे।