नई दिल्‍ली ।  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दिल्ली के 575 लोगों को उनका आशियाना सौंपेंगे।  दिल्ली विकास प्राधिकरण  के  दक्षिण दिल्ली के कालकाजी में इन-सीटू स्लम पुनर्वास योजना के तहत बनाए गए फ्लैटों की चाबियां उनके आवंटियों को दी जाएगी।
नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में बुधवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसमें पीएम मोदी कालकाजी में इन-सीटू स्लम पुनर्वास योजना के पहले चरण में पात्र शार्ट लिस्टिड 575 लोगों को उनके आवास की चाबी व जरूरी दस्तावेज देंगे। डीडीए द्वारा कालकाजी में इन-सीटू स्लम पुनर्वास योजना के तहत 3074 मकान बनाए गए हैं।
आवंटन संबंधी सभी औपचारिकताएं पूरी किए जाने के बाद डीडीए ने इनमें से 575 लोगों को उनके फ्लैटों का मालिकाना हक देने का निर्णय लिया है। इससे पहले डीडीए ने इन सभी लोगों को फ्लैट आवंटित किए जाने के उद्देश्य से प्रारंभिक सर्वेक्षण किया था और उनके जरूरी दस्तावेजों की जांच की थी।
विभिन्न आय वर्गों के लिए आवासीय योजनाएं लाने के साथ-साथ डीडीए अब इन सीटू डेवलपमेंट के तहत ईडब्ल्यूएस फ्लैट बनाने पर भी फोकस कर रहा है। इसी दिशा में करीब 5200 फ्लैट बनकर तैयार हो गए हैं, जबकि 2300 फ्लैट इस साल के आखिर तक बन जाएंगे। इसके अलावा 25 हजार से अधिक फ्लैटों का निर्माण कार्य भी इसी वर्ष शुरू हो जाने की संभावना है।
डीडीए ने कालकाजी एक्सटेंशन, जेलोरवाला बाग और कठपुतली कॉलोनी में ऐसी तीन परियोजनाएं शुरू की हैं। कालकाजी विस्तार परियोजना के अंतर्गत कालकाजी स्थित भूमिहीन शिविर, नवजीवन शिविर और जवाहर शिविर नाम के तीन मलिन बस्ती समूहों का यथास्थान पुनर्वास चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। प्रथम पास के खाली वाणिज्यिक केंद्र स्थल पर 3024 ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का निर्माण किया गया है। भूमिहीन शिविर में झुग्गी-झोपड़ी स्थल को भूमिहीन शिविर के पात्र परिवारों को नवनिर्मित ईडब्ल्यूएस फ्लैटों में पुनर्वासित करके खाली किया जाएगा। भूमिहीन शिविर स्थल के बाद दूसरे फेज में इस खाली स्थल का उपयोग नवजीवन शिविर और जवाहर शिविर के पुनर्वास के लिए किया जाएगा।
परियोजना का पहला चरण पूरा हो चुका है और 3024 फ्लैट बनकर तैयार हैं। इन फ्लैटों का निर्माण लगभग 345 करोड़ रुपये में हुआ है। इसमें सभी नागरिक सुविधाएं हैं। फ्लैटों में विट्रिफाइड फर्श टाइल्स, सिरेमिक टाइल्स, किचन में उदयपुर के ग्रीन मार्बल काउंटर लगाए गए हैं। 
इन फ्लैटों में सामुदायिक पार्क, इलेक्ट्रिक सब-स्टेशन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, दोहरी पानी पाइपलाइन जैसी सार्वजनिक सुविधाएं, साफ पानी की सप्लाई की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है। फ्लैटों का आवंटन लोगों को मालिकाना हक के साथ-साथ सुरक्षा की भावना भी प्रदान करेगा।