भोपाल । रेलवे में अब कई काम पेपरलेस होने के कारण सालाना लाखों रुपए की बचत हो रही है। प्रदेश के जबलपुर रेल मंडल के 100 रेलवे स्टेशनों पर पेपरलेस वर्क  हो रहा है। रेलवे में यात्री सुविधा से लेकर कार्यालय तक के कामों में लगभग 60 फीसदी काम कागजों पर होता है। जबलपुर रेल मंडल की सीमा में आने वाले लगभग 100 रेलवे स्टेशन और 20 से ज्यादा कार्यालय में हर माह लगभग 10 से 15 लाख रुपये का कागज की खपत होती थी। यात्री सुविधा में सबसे ज्यादा कागज, रिजर्वेशन चार्ट बनाने और रेलवे टिकट पर खर्च होता है। रेलवे ने रिजर्वेशन चार्ट बनाने का काम खत्म कर दिया गया है । अब वह रेलवे टिकट पर होने वाले कागज की खपत को कम करने, आनलाइन टिकट बनाने पर जोर दिया जा रहा है। इसमें आरक्षण और अनारक्षित, दोनों टिकट को लिया गया है। जबलपुर रेल मंडल से ट्रेनों की बुक होने वाली 70 फीसदी टिकट आनलाइन हो रही हैं। रेलवे ने यात्री सुविधाओं में इजाफा करने के साथ अब अपने खर्चो में कटौती करने का काम भी तेज कर दिया है। पहले चरण में पेपर पर होने वाले कामों को आनलाइन किया जा रहा है। इसके लिए यात्री से जुड़ी सुविधाओं को शामिल किया है। जबलपुर रेल मंडल ने रिजर्वेशन चार्ट बनाने का काम पूरी तरह से बंद कर दिया, इनकी जगह मुख्य रेलवे स्टेशन पर टीवी स्क्रीन लगाई गई है। रेलवे का दावा है कि इस काम से उसने सालाना लगभग 12 से 14 लाख रुपये के कागज की बचत की। इतना ही नहीं रिजर्वेशन की जानकारी टीवी स्क्रीन पर जारी करने के बाद टिकट चेकिंग स्टाफ को दिया जाने वाले रिजर्वेशन चार्ट देने बंद कर दिया, इसके जगह सभी को लैप दिए गए हैं, जिसमें सीटों की जानकारी आनलाइन देखी जा सकती है।  रिजर्वेशन चार्ट की जानकारी अब प्लेटफार्म पर लगी टीवी स्क्रीन पर दिखाई जा रही है। जबलपुर स्टेशन पर लगभग 150 से ज्यादा टीवी लगाई गई हैं। टीटीई को पहले रिजर्वेशन चार्ट दिया जाता था। इसकी जगह मंडल ने लगभग 380 टैप दिए हैं, जिसमें आनलाइन टिकट की जानकारी दिखती है। जबलपुर रेल मंडल का दावा है कि उसने अपने सभी विभाग में फाइलों को आनलाइन कर दिया है। ई फाइलिंग के माध्यम से 100 फीसदी काम हो रहा है। जबलपुर मंडल में लगभग 16 हजार अधिकारी-कर्मचारी हैं। इन्हें पहले सैलरी स्लिप दी जाती थी, वो अब कर्मचारियों के मोबाइल पर भेजी जा रही है। जबलपुर रेल मंडल के जनसंपर्क और पश्चिम मध्य रेलवे के जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी विज्ञप्तियों को अब कागज के बजाय आनलाइन दिया जा रहा है। अब जबलपुर रेल मंडल ने कागज की उपयोगिता कम करने वाले विभागों को सम्मानित करना शुरू कर दिया है। कमर्शियल विभाग ने रिजर्वेशन चार्ट पर खर्च होने वाले कागजों का उपयोग कम कर सालाना सवा करोड़ बचाए।अधिकतर फाइलों को आनलाइन किया, जिससे हर फाइल अब समय पर पूरी की जा रही है। रिजर्वेशन चार्ट बनाने में लगने वाले कर्मचारी और बिजली, मशीन की भी बचत की गई। इस बारे में जबलपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम विश्वरंजन का कहना है कि जबलपुर रेल मंडल में अब रिजर्वेशन चार्ट कागजों पर निकालने की बजाए प्लेटफार्म पर लगी टीवी स्क्रीन पर दिखाया जा रहा है। वहीं, टीटीई को दिए गए टैप में यात्री और सीटों की जानकारी सीधे आनलाइन दी जा रही है। कार्यालय में ई फाइलों के जरिए 100 फीसदी काम करना शुरू कर दिया गया है।