नई ‎दिल्ली । देश में यूपीआई को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक लगातार प्रयास करता रहा है। यही वजह है कि हर महीने यूपीआई ट्रांजेक्शन की संख्या में बढ़ोतरी होती जा रही है। आरबीआई ने यूपीआई में ऑफलाइन ट्रांजेक्शन से लेकर आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को मॉनिटरी पॉलिसी मीटिंग के ऐलान में बताया कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने हॉस्पिटल और शिक्षा संस्थानों में यूपीआई ट्रांजेक्शन की सीमा बढ़ाकर पांच लाख रुपये करने की भी घोषणा कर दी। आरबीआई के नए फैसले के बाद हॉस्पिटल और शिक्षा संस्थानों में अब यूपीआई की मदद से ज्यादा पेमेंट किया जा सकेगा। नई नीति के अनुसार, अब इन जगहों पर प्रति ट्रांजेक्शन एक लाख के बजाय 5 लाख रुपये तक का भुगतान यूपीआई से किया जा सकेगा। इस फैसले से इन संस्थानों में यूपीआई के इस्तेमाल को बढ़ावा मिलेगा। अस्पतालों के बिल और स्कूल-कॉलेजों फीस जमा करने में होने वाली असुविधा कम हो जाएगी। शक्तिकांत दास ने वित्त वर्ष 2024 में देश में रिटेल महंगाई दर 5.40 फीसदी ही रहने का अनुमान जताया है।