नई दिल्ली । करीब पांच साल से एक कंपनी में काम करने के बाद कमिशन एजेंट ने अच्छी साख बना ली। कारोबारी भरोसा करने लगे तो अपनी खुद की कंपनी खोल ली। तीन-चार महीने में खूब माल लिया और पेमेंट भी की। इसके बाद माल तो खूब ले गया, लेकिन रकम रुक गई। नवंबर 2023 में ऑफिस बंद कर चंपत हो गया। कारोबारियों में खलबली मच गई, क्योंकि 20 करोड़ रुपये से ज्यादा का गड़बड़झाला सामने आया। जींस कारोबारी खुद को ठगा महसूस करने लगे। मोहम्मद मुजाहिद (29) परिवार के साथ नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के गोकलपुर में रहते हैं। वो टैंक रोड में जींस का कारोबार करते हैं। उन्होंने बताया कि गोविंद सिंह टैंक रोड स्थित एक कंपनी में पांच साल से जॉब करते थे। ये कंपनी कमिशन पर दिल्ली से बाहर उनका माल बेचने का काम करती थी। इस दौरान गोविंद ने जींस की तीन प्रमुख मार्केट गांधी नगर, रघुबीर नगर और टैंक रोड पर ईमानदारी से काम किया। पिछले साल अगस्त में खुद की कंपनी (गद्दी) तिरुपति ट्रेडिंग कंपनी खोल ली, जिसका ऑफिस करोल बाग में ही बनाया। मूल रूप से राजस्थान के गोविंद की मार्केट में अच्छी साख थी। लिहाजा कारोबारी आसानी से माल देने लगे। शुरुआती तीन-चार महीने में पेमेंट भी वक्त पर किया। असल खेल इसके बाद शुरू हुआ। तीनों मार्केट से भारी तादाद में माल उठाया। पेमेंट मांगने पर तीन-तीन महीने में रकम देने की बात करने लगा। करीब छह महीने बाद अचानक नवंबर 2023 में गायब हो गया। ऑफिस भी बंद कर दिया और फोन स्विच्ड ऑफ हो गया। काफी खोजबीन करने पर कुछ पता नहीं चला तो प्रसाद नगर थाने में कंप्लेंट दी गई।