शहडोल ।    पुलिस द्वारा प्रदेश के नए मुखिया मोहन यादव के प्रथम जिला प्रवास से पहले रेत व कोल माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की गई हैं। वहीं, खैरहा और सिंहपुर थाना क्षेत्र में पुलिस टीम के ऊपर हमला करने वाले शेष आरोपी अब भी फरार चल रहे हैं, जिनकी तलाश पुलिस नहीं कर सकी है।मुख्यमंत्री मोहन यादव के शहडोल आगमन से पहले इतने बड़े पैमाने पर पुलिस द्वारा कार्रवाई किए जाने के बाद अब यह सवाल उठ रहा है कि आखिर जब जिले में रेत व कोयले का अवैध कारोबार इतने लंबे समय से फल फूल रहा है तो फिर मुख्यमंत्री के आगमन से पहले ही ऐसी बड़ी कार्रवाई क्यों की गई। क्या यह सब कुछ पुलिस-प्रशासन द्वारा अपनी नाकामी छुपाने के लिए किया गया है, ताकि प्रदेश के नए मुखिया के सामने वाहवाही बटोरी जा सके।

देवलोंद में बड़ी कार्रवाई

जानकारी के अनुसार, देवलोंद थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन हाइवा और एक ट्रैक्टर समेत पायलेटिंग कर रही स्कॉर्पियो कार जब्त किया है। साथ ही 11 आरोपियों के विरूद्ध चोरी एवं खनिज अधिनियम की धाराओं के तहत अलग-अलग कुल चार आपराधिक प्रकरण दर्ज किए हैं। मौके से आठ आरोपियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है, तीन आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। जब्त मशरूका की कुल कीमत एक करोड़, 5 लाख 93 हजार रुपये बताई जा रही है।

अमलाई पुलिस ने दो ट्रक कोयला किया जब्त

देवलोंद के अलावा जिले के कोयलांचल थाना अमलाई पुलिस के हाथ भी बीती रात्रि कोयले से लदे दो ट्रक जब्त किया गया है, जिसके वैध दस्तावेज वाहन चालकों के पास नहीं मिले। साथ ही विपरीत दिशा में ट्रकों का जाना पाया गया है। बहरहाल, अमलाई थाना क्षेत्र के रामपुर व बटूरा  समेत आसपास एक लंबे अर्से से कोयले का अवैध रूप से उत्तखनन व परिवहन चल रहा है। कुछ गरीब-बेरोजगार मजदूरों की इस अवैध कारोबार के कारण जान भी जा चुकी है।