दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मणिपुर से हेरोइन की खेप लाकर दिल्ली, एनसीआर सहित देश के विभिन्न हिस्सों में आपूर्ति करने वाले गैंग का खुलासा किया है। पुलिस ने गैंग की महिला सप्लायर और पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से पुलिस ने 4 किलोग्राम अफीम और 5.4 किलोग्राम हेरोइन बरामद की है। बरामद मादक पदार्थ की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 24 करोड़ रुपये आंकी गई है। पुलिस ने इनके कब्जे से मोबाइल और आई20 कार भी बरामद की है। गिरफ्तार तस्करों की पहचान बरेली, यूपी निवासी राहुल गुप्ता, प्रतीक गुप्ता, मणिपुर निवासी महिला सप्लायर नेमनेहाट चोंगलोई, शाहजहांपुर, यूपी निवासी बृजेश कुमार, मजनू का टीला दिल्ली निवासी संदीप और सुनील के रूप में हुई है। 

पुलिस उपायुक्त राजीव रंजन के नेतृत्व में स्पेशल सेल की टीम नशे के तस्करों की जानकारी हासिल कर रही थी। इसी दौरान टीम को 5 दिसंबर को एक तस्कर राहुल के बारे में जानकारी मिली। वह वजीराबाद के पास किसी को खेप पहुंचाने आ रहा था।पुलिस टीम ने घेराबंदी को उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से पुलिस ने 4.5 किग्रा हेरोइन व करीब 4 किग्रा अफीम बरामद कर ली। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने उसके सहयोगी प्रतीक गुप्ता को बरेली, यूपी से गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से 500 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। इनके खुलासा के बाद एक अन्य टीम मणिपुर से हेरोइन आपूर्तिकर्ता नेमनेहाट चोंगलोई को गिरफ्तार कर लिया। 7 दिसंबर को पुलिस ने उत्तर प्रदेश के तिलहर, शाहजहाँपुर से बृजेश कुमार को पकड़ा। वहीं, स्पेशल सेल की एक अन्य टीम ने दिल्ली के दो तस्करों संदीप और सुनील को गिरफ्तार कर लिया।

इनके पास से 400 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। इससे पहले सेल ने एक ड्रग तस्कर विशाल को गिरफ्तार किया था। जिससे पूछताछ में संदीप और सुनील का नाम सामने आया था। दोनों को पुलिस ने मजनू का टीला के पास से गिरफ्तार किया। जांच के बाद पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गए सभी तस्कर दिल्ली- एनसीआर के अलावा देश के अन्य जगहों पर हेरोइन और अफीम की आपूर्ति करते थे। मणिपुर के सीमावर्ती इलाकों में अफीम की बड़े पैमाने पर अवैध खेती होती है।